कामगार परिवारों के ‘परंपरागत कौशल’ में छिपी है देश की सबसे बड़ी पूंजी: राहुल गांधी

कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने सुलतानपुर के रामचेत को जूते सिलने की मशीन भेजी थी। बदले में रामचेत ने राहुल गांधी को दो जोड़ी जूते भेजे। राहुल गांधी ने एक वीडियो शेयर कहा कि देश के कोने-कोने में करोड़ों प्रतिभाएं हैं, उन्हें बस समर्थन की जरूरत है।

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नवजीवन डेस्क

कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने सुलतानपुर के रामचेत को जूते सिलने की मशीन भेजी थी। बदले में रामचेत ने राहुल गांधी को दो जोड़ी जूते भेजे। राहुल गांधी ने सोमवार को सोशल मीडिया पर इससे संबंधित एक वीडियो शेयर कहा कि देश के कोने-कोने में करोड़ों प्रतिभाएं हैं, उन्हें बस समर्थन की जरूरत है। ये हमारे देश की तकदीर बदल सकते हैं।

राहुल ने एक्स पर लिखा, “कामगार परिवारों के ‘परंपरागत कौशल’ में भारत की सबसे बड़ी पूंजी छिपी है। पिछले दिनों सुल्तानपुर से वापस आते वक्त रास्ते में जूतों के कारीगर रामचेत जी से मुलाकात हुई थी, उन्होंने मेरे लिए प्रेम भाव से अपने हाथों से बनाया एक बहुत ही कम्फर्टेबल और बेहतरीन जूता भेजा है। देश के कोने-कोने में अलग-अलग स्किल वाली ऐसी करोड़ों प्रतिभाएं हैं। अगर इन ‘भारत बनाने वालों’ को जरूरी समर्थन मिले तो वह अपनी ही नहीं, देश की भी तकदीर बदल सकते हैं।“

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