नवजीवन बुलेटिन: जम्मू-कश्मीर में बड़ी आतंकी साजिश नाकाम और उन्नाव रेप केस से जुड़े एक डॉक्टर की रहस्यमयी मौत
पिछले कई दिनों से घाटी में आतंकी दहशत फैलाकर माहौल खराब करने की फिराक में हैं। जाकारी के मुताबिक आतंकियों पर सेना की कार्रवाई से आतंकी संगठन इन दिनों बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं। 4 बड़ी खबरें।
1. जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी आतंकी साजिश नाकाम हुई है। घाटी के बारामुला में आतंकियों ने एक छोटे से पुल के नीचे आईईडी बम लगाकर जिले को राष्ट्रीय राज मार्ग से काटने की साजिश रची थी। सुरक्षा बलों ने किसी बड़े हादसे से पहले ही पुल के नीचे से करीब 3 किलो अईईडी बरामद किया। फिलहाल बम निरोधक दस्ता और सुरक्षा बलों की टीम बम को निष्क्रिय करने में लगे हुए हैं।
बता दें कि पिछले कई दिनों से घाटी में आतंकी दहशत फैलाकर माहौल खराब करने की फिराक में हैं। जाकारी के मुताबिक आतंकियों पर सेना की कार्रवाई से आतंकी संगठन इन दिनों बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं।
2. उन्नाव रेप पीड़िता के पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। जब पीड़िता के पिता को मारपीट के बाद जिला अस्पताल लाया गया था तब डॉक्टर प्रशांत इमरजेंसी में थे। इन्होंने ही पीड़िता के पिता को जेल ले जाने दिया था। जब मामले की सीबीआई जांच शुरू हुई तो डॉक्टर प्रशांत को सस्पेंड किया गया था। काफी समय बाद डॉक्टर प्रशांत की बहाली हुई थी। डॉक्टर प्रशांत इस समय फतेहपुर में तैनात थे।
3. दिल्ली में छात्रों के एक समूह ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति नजमा अख्तर के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्रों ने परीक्षा की तारीखों का पुनर्निर्धारण करने, पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। इस दौरान जब कुलपति नजमा अख्तर वहां पहुंची तो छात्रों उनके खिलाफ भी खूब नारे बाजी की। छात्रों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कुलपति ने कहा कि अब हम कोर्ट का रुख करेंगे। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कल से एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
4. बिहार विधानसभा में भाषण देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी बात कही है। उन्होंन कहा, “बिहार में एनआरसी का कोई सवाल ही नहीं है, यह सिर्फ असम के संदर्भ में था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर सफाई दी है। सुशासन बाबू ने कहा कि CAA पर हम पूरा डिटेल में चर्चा करेंगे जबकि NRC का तो कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि NRC का प्रस्ताव केवल असम राज्य के लिए राजीव गांधी सरकार में लाया गया था। पूरे देश के लिए अनावश्यक NRC का कोई औचित्य नहीं है।
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