नवजीवन बुलेटिन: फांसी से पहले सूखी निर्भया के दोषियों की हलक और ममता ने दिल्ली हिंसा को नरसंहार बताया
निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को तीन मार्च को सुबह 6 बजे फांसी होनी तय है, पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषी अक्षय और पवन की फांसी की सजा पर स्टे लगाने वाली याचिका को खारिज कर दिया है और दिल्ली हिंसा को लेकर विपक्ष सख्त हो गया है। दिल्ली में यूथ कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया
निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को तीन मार्च को फांसी होनी तय है। सुप्रीम कोर्ट के बाद अब दोषी पवन और अक्षय की फांसी की सजा पर स्टे लगाने वाली याचिका को पटियाला हाउस कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस बीच दोषी पवन ने वकील एप सिंह के द्वारा राष्ट्रपति के पास फिर से दया याचिका भेजी है।
सुप्रीम कोर्ट जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला की याचिका पर 5 मार्च को सुनवाई करेगा। आपको बता दें, सारा अब्दुल्ला ने अपनी याचिका में जम्मू-कश्मीर जन सुरक्षा कानून ,1978 के तहत उमर अब्दुल्ला की नज़रबंदी को चुनौती दी है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि दिल्ली की हिंसा सुनियोजित नरसंहार है। ममता बनर्जी ने केंद्र की सत्ता से बीजेपी को हटाने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि हम आज संकल्प लेते हैं कि जब तक तानाशाह सरकार को जड़ से उखाड़ नहीं फेंकते तब तक हम रुकेंगे नहीं।
दिल्ली हिंसा पर जहां कांग्रेस संसद के भीतर मोदी सरकार को घर रही है। वहीं, इस मुद्दे पर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता दिल्ली में सड़क पर उतरे हैं। प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है।
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