वीडियो: मिट्टी में मिला आंतकी मसूद अजहर का खानदान, साले के साथ भाई का भी खात्मा
भारतीय वायुसेना के हमले में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का साला यूसुफ अजहर मारा गया है। यूसुफ अजहर ही वो शख्स था, जो मसूद अजहर की निगरानी में पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में आतंकी कैंप चला रहा था।
भारतीय वायुसेना ने आतंक के आका मसूद अजहर को ऐसा जख्म दिया है जो उसे सालों सालता रहेगा। भारतीय वायुसेना के हमले में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का साला यूसुफ अजहर मारा गया है। यूसुफ अजहर ही वो शख्स था, जो मसूद अजहर की निगरानी में पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में आतंकी कैंप चला रहा था। इसी कैंप में वो जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग देता था। उसका एक दूसरा नाम भी था उस्ताद गौरी। वो काफी समय से जैश के साथ काम कर रहा था। 1999 में कंधार विमान अपहरण कांड को अंजाम देकर मसूद अजहर को छुड़ाने में उसका सबसे बड़ा हाथ था। हालांकि वो कभी लाइम लाइट में नहीं आता था।
मसूद अजहर को छुड़ाने के बाद वह जैश को मजबूत करना और आतंकियों को तैयार करने काम में लगा हुआ था।
पुलवामा हमले के बाद मंगलवार तड़के भारतीय वायुसेना के हमले में इस आतंकी का अंत हो गया है। इस हमले में जैश का सरगान मौलाना मसूद अजहर बच तो गया है लेकिन उसके खानदान का लगभग खात्मा हो गया है। क्योंकि इस हमले में साले के साथ मसूद अजहर के दो भाई भी मारे गए हैं। इनका नाम मौलाना अम्मार और मौलाना ताल्हा सैफ बताया जा रहा है। मौलाना अम्मार कश्मीर और अफगानिस्तान में सक्रिय रहा है, जबकि मैलाना ताल्हा जैश के ऑपरेशन विंग का हेड था। इनके साथ ही इस हमले में जैश के कई टॉप कमांडर और ट्रेनरों की भी मारे जाने की खबर है।
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