सिस्टम की खराबी से नहीं, सरकार की नाकामी से जा रही है बिना इलाज, बिना ऑक्सीजन लोगों की जान !
देश में मेडिकल इमरजेंसी के हालात हैं। बिना इलाज के लोगों की जान जा रही है। अस्पतालों में बेड नहीं है, बेड है तो ऑक्सीजन नहीं है। सरकार की असंवेदनशीलता चरम पर है। संवैधानिक संस्थाएं इस संकट पर चुप हैं। आखिर आम लोगों के जीवन का जिम्मा है किसका?
कोरोना संकट : आखिर कौन है जिम्मेदार?
देश में मेडिकल इमरजेंसी के हालात हैं। पूरा स्वास्थ्य सिस्टम ध्वस्त नजर आ रहा है। बिना इलाज के लोगों की जान जा रही है। अस्पतालों में बेड नहीं है, बेड है तो ऑक्सीजन नहीं है। देश की सांसे उखड़ रही हैं। सरकारों की असंवेदनशीलता चरम पर है। राजनीतिक दल आपदा में भी राजनीतिक कर रहे हैं। संवैधानिक संस्थाएं इस संकट पर चुप हैं। मीडिया सिर्फ सरकार के गुणगान कर रहा है। तो फिर आखिर आम लोगों के जीवन, उनके स्वास्थ्य, उनके इलाज का जिम्मा है किसका?
इस सवाल का सीधा सा जवाब तो यही है कि सरकार जिम्मेदार है। नवजीवन के साथ चर्चा में वरिष्ठ पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं का क्या कहना है। देखिए इस वीडियो में।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia