खेल की खबरें: 'बाबर-रिजवान की सलामी जोड़ी को अलग करे पाक' और शोएब अख्तर ने भारत पर कसा तंज, बोले- पांड्या नहीं होते...
शोएब अख्तर को लगता है कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ मैच हारने की पूरी कोशिश कर रहा था। पाकिस्तान के पूर्व मुख्य कोच मिकी आर्थर का मानना है कि टीम को कप्तान बाबर आजम और विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी को अलग करना चाहिए।
शोएब अख्तर ने भारत पर कसा तंज, बोले, पांड्या नहीं होते, तो हारने की थी पूरी तैयारी
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर को लगता है कि भारत एशिया कप ग्रुप ए में पाकिस्तान के खिलाफ मैच हारने की पूरी कोशिश कर रहा था, लेकिन हार्दिक पांड्या की हरफनमौला प्रदर्शन ने उन्हें 148 रनों के लक्ष्य हासिल करने में मदद की। पांड्या के हरफनमौला प्रदर्शन ने भारत को पाकिस्तान के खिलाफ एक रोमांचक मैच में पांच विकेट से जीत दिलाने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 25 रन देकर तीन विकेट भी लिए।
पाकिस्तान के 147 रन पर आउट होने के बाद, भारत एक ऐसी स्थिति में था जहां अंतिम छह ओवरों में 59 रन की जरूरत थी। वहां से, पांड्या (17 गेंदों पर नाबाद 33 रन) और रवींद्र जडेजा (29 गेंदों पर 35 रन) ने सिर्फ 29 गेंदों पर 52 रन की साझेदारी की। भले ही बाएं हाथ के जडेजा अंतिम ओवर में आउट हो गए, लेकिन पांड्या ने नवाज की गेंद पर छक्का मारकर भारत को जीत दिलाई।
आईपीएल ने मेरे करियर को दी रफ्तार : ओबेद मैकॉय
आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल 2022 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज ओबेद मैकॉय पिछले 10 टी20 में 16 विकेट चटकाए हैं। अब वह कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) के 10वें सीजन में खेलने के लिए तैयार हैं। 25 वर्षीय गेंदबाज ने इस सीजन में अपनी फ्रेंचाइजी बदल ली है। वो पहले सेंट लूसिया किंग्स का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और अब बारबाडोस रॉयल्स के लिए खेलेंगे। उन्होंने इस टीम से 'द सिक्स्टी' में भी प्रतिनिधित्व किया था।
मैकॉय ने कहा, "यह मेरे लिए एक नई फ्रेंचाइजी है, लेकिन मैं टीम में अच्छी तरह से घुलमिल गया हूं, क्योंकि हमारे कैंप में बहुत सारे परिचित चेहरे हैं। यह आईपीएल से ही निरंतरता की तरह है, और मुझे खुशी है कि मुझमें फ्रेंचाइजी ने फिर से अपना विश्वास रखा है। मैं यहां घर जैसा महसूस करता हूं और इससे मुझे आत्मविश्वास के साथ मैच खेलने में मदद मिलती है।"
ध्यानचंद के बेटे को दी जाएगी उनकी हॉकी स्टिक
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की हॉकी स्टिक जो दशकों से मेरठ में संरक्षित थी, उसे झांसी ले जाया गया है। उसकी देखरेख का काम कोच सतीश शर्मा और खेल अधिकारियों सहित खिलाड़ियों की एक टीम कर रही है। हॉकी के जादूगर के बेटे अशोक ध्यानचंद को 117वीं जयंती के मौके पर झांसी में यह हॉकी स्टिक सौंपी जाएगी।
कोच सतीश शर्मा ने कहा, "यह हॉकी स्टिक 66 साल से अधिक पुरानी है। 'दद्दा', जिसे हॉकी के दिग्गज के रूप में जाना जाता था, 1956 में इस हॉकी स्टिक के साथ अभ्यास करते थे। यह हॉकी स्टिक अरुण शर्मा के पास थी जो हॉकी मेकर स्वर्गीय सोहन लाल शर्मा के पोते हैं। सोहन लाल के साथ मेजर ध्यानचंद काफी समय बिताते थे। अरुण ने लीजेंड की स्मृति को जीवित रखने के लिए इसे अपने पास सुरक्षित रखा।"
बाबर-रिजवान की सलामी जोड़ी को अलग करे पाकिस्तान : मिकी आर्थर
पाकिस्तान के पूर्व मुख्य कोच मिकी आर्थर का मानना है कि टीम को कप्तान बाबर आजम और विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी को अलग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फखर जमान को बल्लेबाजी की शुरूआत करनी चाहिए। बाबर और फखर जमान भारत के खिलाफ अपने एशिया कप ग्रुप ए मैच के दौरान पावर-प्ले में आउट हो गए थे। इसके बाद रिजवान ने पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन हार्दिक पांड्या ने उन्हें शॉट पिच गेंद पर शिकार बनाया, जिससे पाकिस्तान ने अंतत: 19.5 ओवर में 147 रन बनाए।
मध्यक्रम में उनके पास ज्यादा अनुभव बल्लेबाज नहीं होने के कारण, स्कोरिंग की जिम्मेदारी शीर्ष क्रम के बल्लेबाज पर रहता है और वह बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके ।
राष्ट्रीय खेल दिवस पर तेंदुलकर ने कहा, किसी भी खेल को नियमित रूप से खेलें
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सोमवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं और बर्मिघम में राष्ट्रमंडल गेम्स 2022 में लॉन बॉल्स महिला स्वर्ण पदक विजेता टीम की प्रशंसा की। तेंदुलकर ने देशवासियों से किसी भी खेल को अपनाने और इसे नियमित रूप से खेलने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, "भारत को स्पोर्ट्स प्लेइंग नेशन में बदलने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं है। राष्ट्रीय खेल दिवस पर आइए हम सभी किसी भी खेल को चुनें और इसे नियमित रूप से खेलें और एक फिट राष्ट्र बनाने में मदद करें।"
उन्होंने कहा, "रूपा, लवली, नयनमोनी और पिंकी की कहानी, असाधारण कहानी है। 'सुपर फोर' ने अंतत: भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में लॉन बॉल्स में पहला स्वर्ण दिलाया। उन्होंने उस गेम को लोगों तक पहुंचाया, जिसके बारे में लोग जानते भी नहीं थे। हमारे लिए खेल है, लेकिन खुद के लिए भी उचित पहचान है। रूपा रानी तिर्की कभी कबड्डी खिलाड़ी थीं। नयनमोनी सैकिया एक भारोत्तोलक, पिंकी सिंह एक क्रिकेटर, जबकि लवली चौबे एक धावक थी।"
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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