खेल की 5 बड़ी खबरें: खिलाड़ियों ने योग करके दिया फिट रहने का संदेश और प्रदर्शनी टूर्नामेंट के फाइनल में जोकोविक
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और विश्व बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधु सहित कई भारतीय खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रविवार को योग के माध्यम से फिट रहने का संदेश दिया और वर्ल्ड नंबर-1 पुरुष खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविक क्रोएशिया में प्रदर्शनी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं।
भारतीय खिलाड़ियों ने योग के माध्यम से फिट रहने का दिया संदेश
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और विश्व बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधु सहित कई भारतीय खिलाड़ियों ने छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रविवार को योग के माध्यम से फिट रहने का संदेश दिया। सचिन ने फादर्स डे पर अपने बेटे अर्जुन और बेटी सारा के साथ योग करते हुए सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "एक साथ योग कर फादर्स डे मना रहे।"सिंधु ने कहा, "योग अज्ञात समय से ही हमारे साथ रहा है और सबसे प्रभावी स्वास्थ्य प्रथाओं में से एक है। एक स्वस्थ जीवन की शुरूआत करें और इस खुशी का संकल्प लें।" पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने योग करते हुए एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा, " थोड़ा वक्त भले लगेगा, लेकिन योगा से ही होगा।" हरभजन सिंह ने पत्नी गीता बसरा और बेटी हिनाया हीर के साथ योग करते हुए तस्वीर शेयर की। गीता ने एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने कहा, "योग जीवन है।"
क्रोएशिया में प्रदर्शनी टूर्नामेंट के फाइनल में जोकोविक
वर्ल्ड नंबर-1 पुरुष खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविक क्रोएशिया में प्रदर्शनी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। यह एड्रियन टूर का दूसरा चरण है। सर्बिया के बेलग्रेड में खेले गए पहले चरण में आस्ट्रिया को डोमिनिक थीम को जीत मिली थी। जोकोविक ने टूर्नामेंट की शुरुआत हमवतन पेडजा कस्टर्न को 4-3, 4-1 से हरा कर की थी। इसके बाद उन्होंने हजारों प्रशंसकों के सामने बोर्ना कोरिक को 4-1, 4-3 से हराया। यहां यह टूर्नामेंट लाल मिट्टी पर खेला जा रहा है। वहीं दूसरे ग्रुप में रूस के आंद्रे रुबलेव फाइनल में पहुंचने में सफल रहे हैं। उन्होंने मारिन सिलिक और डानिलो पेट्रोविक को मात दी है। फाइनल में वह जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव के खिलाफ खेलेंगे। ज्वेरेव ने सिलिक को 4-3, 0-4, 4-3 से मात दे अपने आपको टूर्नामेंट में बनाए रखा है। जोकोविक का अंतिम ग्रुप मैच क्रोएशिया के डिनो सर्डारूसिक से होगा जो बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव के टूर्नामेंट से नाम वापस लेने के बाद आए हैं। जोकोविक ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि हम प्रशंसकों को अच्छा मैच दे पाएंगे।"
प्रणॉय का नाम 3 जून को अर्जुन अवार्ड के लिए भेज दिया था :गोपीचंद
एच.एस. प्रणॉय ने भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) द्वारा दो जून को राष्ट्रीय खेल अवार्ड के लिए अपना नाम न भेजने पर संघ का आड़े हाथों लिया था। हालांकि वह अब पता चला है कि राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने तीन जून को प्रणॉय का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए भेज दिया था। गोपीचंद ने आईएएनएस से कहा, "मैंने तीन जून को उनका नामांकन भेज दिया था।" इससे पहले अपना नाम न भेजे जाने पर प्रणॉय ने अर्जुन अवार्ड के पैमानों पर सावल उठाए थे। इस पर प्रणॉय ने ट्वीट करते हुए लिखा था, "वही पुरानी कहानी। जिन लोगों ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप में पदक जीते उन्हें संघ द्वारा नामांकित नहीं किया गया। जो खिलाड़ी इन टूर्नामेंट्स में था भी नहीं उसे नामांकित किया गया। वाह। यह देश मजाक है।"
IOA ने ओलंपिक पदक विजेताओं से ओलंपिक दिवस में भाग लेने का अनुरोध किया
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने देश के ओलंपिक पदक विजेताओं, ओलंपियनों और राष्ट्रीय खेल महासंघों से 23 जून को ओलंपिक दिवस मनाने का शनिवार को अनुरोध किया। आईओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने एक बयान में कहा, "मैं भारत के ओलंपिक पदक विजेताओं और ओलंपियनों से समारोहों की अगुवाई करने का आग्रह करता हूं। मुझे यकीन है कि ओलंपिक खेलों के राष्ट्रीय खेल महासंघ और राज्य ओलंपिक संघ भी अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को इसके लिए प्रेरित करेंगे।" ओलंपिक रजत पदक विजेता और विश्व बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधु और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता महिला पहलवान विनेश फोगाट 23 जून को आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के ओलंपिक दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगी।
ईयान चैपल ने अपने समय के नस्लभेद को याद किया
आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा है कि वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी गारफील्ड सोबर्स की शेफील्ड शील्ड टीम में मौजूदगी उनके लिए जीवन और क्रिकेट दोनों जगह एक सीख साबित हुई। चैपल ने अपने करियर के दौरान सामने आई नस्लभेदी घटनाओं को याद किया, खासकर तब जब वह रंगभेद काल के दौरान दक्षिण अफ्रीका गए थे। चैपल ने कहा कि सोबर्स जैसा खिलाड़ी भी इससे अछूता नहीं रह सका।चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइंफो में अपने कॉलम में लिखा है, "एक ऐसे परिवार में जन्म लेना जहां किसी चीज को लेकर किसी तरह की पक्षपात नहीं था, वो भी तब जब व्हाइट आस्टेलिया पॉलिसी लागू थी, इसी कारण मैं नस्लवाद से अनजान था।"
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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