पेरिस पैरालंपिक: धरमबीर ने एशियाई रिकॉर्ड तोड़कर क्लब थ्रो में स्वर्ण पदक जीता, सूरमा ने रजत पदक पर कब्जा किया

विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता रहे सोनीपत के धरमबीर (35) ने चार प्रयासों में फाउल करने के बाद पांचवें प्रयास में 34.92 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक पक्का कर लिया।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

क्लब थ्रोअर धर्मबीर ने बुधवार को एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक और प्रणव सूरमा ने रजत पदक जीतकर यहां पैरालिंपिक की पुरुषों की एफ51 स्पर्धा में भारत का दबदबा कायम किया।

विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता रहे सोनीपत के धरमबीर (35) ने चार प्रयासों में फाउल करने के बाद पांचवें प्रयास में 34.92 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक पक्का कर लिया।

इसके बाद, सूरमा ने अपने पहले प्रयास में 34.59 मीटर का थ्रो किया, लेकिन फरीदाबाद का यह 29 वर्षीय खिलाड़ी, धरमबीर को पीछे नहीं छोड़ सका। सूरमा के रजत पदक जीतने के साथ ही भारत ने इस मुकाबले के पहले दो स्थानों पर कब्जा कर लिया। सूरमा की रीढ़ की हड्डी में 16 वर्ष की उम्र में उस समय चोट लग गई थी, जब उनके सिर पर सीमेंट शीट गिर गई थी।

सर्बिया के फिलिप ग्राओवाक ने अपने दूसरे प्रयास में 34.18 मीटर का थ्रो कर कांस्य पदक जीता।

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