वर्ल्ड कप 2019:फाइनल मैच के सुपर ओवर में नीशम के छक्का मारते ही हमेशा के लिए थम गयी थीं उसके शिक्षक की सांसें
नीशम के शिक्षक गॉर्डन की बेटी लियोनी ने कहा, ‘सुपर ओवर के दौरान एक नर्स आई और उन्होंने कहा कि मेरे पिता की सांसें बदल रही है। मैं समझती हूं कि नीशम ने छक्का मारा और मेरे पिता ने आखिरी सांसें ली।’
आईसीसी वर्ल्ड कप के सुपर ओवर में न्यूजीलैंड के ऑलराउंडरजिमी नीशम के छक्का मारने के बाद ऑकलैंड ग्रामर स्कूल के पूर्व शिक्षक और कोच जेम्स गॉर्डन का देहांत हो गया। इंग्लैंड ने 14 जुलाई को हुए फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को बाउंड्री के आधार पर मात देकर पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता था।
गॉर्डन की बेटी लियोनी ने कहा कि जैसे ही सुपर ओवर की दूसरी गेंद पर नीशम ने छक्का मारा उनके पिता की सांसें रुक गई।
'स्टफ डॉट को डॉट एनजेड' के मुताबिक, लियोनी ने कहा, "सुपर ओवर के दौरान एक नर्स आई और उन्होंने कहा कि मेरे पिता की सांसें बदल रही है। मैं समझती हूं कि नीशम ने छक्का मारा और मेरे पिता ने आखिरी सांसें ली।"
लियोनी ने कहा, "उनका सेंस ऑफ ह्यूमर विचित्र था और वह बहुत दिलचस्प आदमी थे। उन्हें बहुत अच्छा लगा होगा कि नीशम ने छक्का मारा।"
नीशम ने गुरुवार को ट्वीट किया, "डेव गॉर्डन मेरे हाई स्कूल के शिक्षक, कोच और दोस्त। इस खेल का आपका प्यार संक्रामक था, खासकर उनके लिए जिन्हें आपके मार्गदर्शन में खेलने को सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैच समाप्त होने तक आपने अपनी सांसें रोके रखी, आशा है कि आपको गर्व हुआ होगा। आपका धन्यवाद, भगवान आपकी आत्मा को शांती दे।"
लियोनी ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि खिलाड़ी ने उनके पिता को श्रद्धांजलि दी। गॉर्डन ने नीशम, लॉकी फग्र्यूसन और कई अन्य खिलाड़ियों को हाई स्कूल के दौरान कोचिंग दी। वह 25 वर्षो तक स्कूल में क्रिकेट और हॉकी के कोच रहे।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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