खेल: आईसीसी रैंकिंग में जो रूट का दबदबा कायम और राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच बन सकते हैं द्रविड़

आईसीसी रैंकिंग में जो रूट का दबदबा कायम, टॉप-10 से बाहर हुए बाबर आजम और खबरों के मुताबिक राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच बन सकते हैं द्रविड़।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

आईसीसी रैंकिंग में जो रूट का दबदबा कायम, टॉप-10 से बाहर हुए बाबर आजम

आईसीसी ने अपनी नई टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग जारी कर दी है। इसमें इंग्लैंड के प्रमुख बल्लेबाज जो रूट ने लॉर्ड्स में श्रीलंका के खिलाफ अपनी शानदार शतकीय पारियों के दम पर रैंकिंग में शीर्ष पर अपनी बढ़त मजबूत की। श्रीलंका के खिलाफ रूट ने लॉर्ड्स में 143 और 103 रन की शतकीय पारियां खेली। इस तरह उन्होंने बल्लेबाजों की टेस्ट रैंकिंग में दूसरे स्थान पर मौजूद केन विलियमसन पर 63 अंकों की बढ़त हासिल की । रूट के अब 922 रेटिंग पॉइंट हैं, जो उनके अब तक के सर्वश्रेष्ठ स्कोर 923 पॉइंट से सिर्फ एक कम है, जो उन्होंने जुलाई 2022 में एजबस्टन में भारत के खिलाफ हासिल किया था।

इंग्लैंड के केवल तीन बल्लेबाजों ने रूट से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, जिनमें- लेन हटन, जैक हॉब्स और पीटर का नाम शामिल है। न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और इंग्लैंड के हैरी ब्रुक टेस्ट बल्लेबाजों की सूची में तीसरे से पांचवें स्थान पर हैं। भारतीय बल्लेबाजो की रैंकिंग में कोई असर नहीं पड़ा। रोहित शर्मा, उनके सलामी जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल और करिश्माई बल्लेबाज विराट कोहली की भारतीय तिकड़ी टॉप-10 में शामिल है। रूट के बाद टेस्ट रैंकिंग में बड़ी छलांग लगाने वाले इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी पेसर गस एटकिंसन हैं। उन्होंने लॉर्ड्स में 118 रन बनाने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता - जो उनका पहला प्रथम श्रेणी शतक था। साथ ही उन्होंने गेंद से दूसरी पारी में पांच विकेट लिए।

शतक की बदौलत एटकिंसन बल्लेबाजों की रैंकिंग में 80 पायदान की छलांग लगाकर 96वें स्थान पर पहुंच गए हैं, जबकि गेंदबाजों की सूची में वे 14 पायदान ऊपर चढ़कर 28वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वे ऑलराउंडरों की सूची में भी 48 पायदान ऊपर चढ़कर 17वें स्थान पर पहुंच गए हैं, जिसमें रविंद्र जडेजा सबसे आगे हैं।

खेल: आईसीसी रैंकिंग में जो रूट का दबदबा कायम और राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच बन सकते हैं द्रविड़

राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच बन सकते हैं द्रविड़: रिपोर्ट

भारत के पूर्व कप्तान और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ आईपीएल 2025 से पहले राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के साथ बतौर मुख्य कोच जुड़ सकते हैं। इस साल जून में बारबाडोस में 2024 पुरुष टी20 विश्व कप जीतने के बाद भारत की पुरुष टीम के मुख्य कोच के रूप में द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हो गया था। टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का कोचिंग कार्यकाल भी सफल रहा है। उनकी देखरेख में ही भारत ने टी-20 विश्व कप 2024 जीता था। इसी के साथ टीम इंडिया के साथ उनके कोचिंग कार्यकाल का अंत यादगार रहा। ईएसपीएनक्रिकइन्फो को पता चला है कि द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर कर दिए हैं और बड़ी नीलामी से पहले खिलाड़ियों के रिटेंशन पर भी फ्रेंचाइजी के साथ उनकी चर्चा हो चुकी है। टीम के मौजूदा कप्तान संजू सैमसन का द्रविड़ के साथ लम्बे समय से पेशेवर रिश्ता रहा है। सैमसन का शुरुआती करियर द्रविड़ की ही देखरेख में उभरा था।

क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, द्रविड़ ने 2014 और 2015 के आईपीएल सत्रों में टीम के मेंटॉर के रूप में काम किया। इससे पहले कि वह 2019 में एनसीए के निदेशक बनने तक दिल्ली कैपिटल्स के साथ वही भूमिका निभाते रहे। राजस्थान के साथ द्रविड़ का पुराना संबंध रहा है। वह आईपीएल में राजस्थान की कप्तानी (2012 और 2013) करने के साथ साथ उनके मेंटॉर (2014 और 2015) की भी भूमिका निभा चुके हैं। इसके बाद उन्होंने 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब कैपिटल्स) का रुख किया था। 2019 में वह बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख बने थे। 2021 में वह भारतीय टीम के मुख्य कोच बने थे और उनके ही कार्यकाल में भारतीय टीम ने आईसीसी ट्रॉफी का सूखा समाप्त किया। बताया जा रहा है कि आरआर की टीम विक्रम राठौर को भी द्रविड़ के सहायक कोचों में शामिल कर सकती है। राठौर पूर्व में भारतीय टीम के चयनकर्ता रहने के साथ ही एनसीए में द्रविड़ के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रह चुके थे। जबकि बतौर भारतीय कोच द्रविड़ के कार्यकाल में राठौर ने भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच की भी भूमिका निभाई थी।

टीम के मौजूदा क्रिकेट निदेशक कुमार संगकारा इस भूमिका में फ्रेंचाइजी के साथ बने रहेंगे। आरआर ने 2008 में आईपीएल के प्रथम सीजन के बाद से ही कोई आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीती है। हालांकि, साल 2022 में टीम उप-विजेता थी। 2023 में वह प्लेऑफ में प्रवेश नहीं कर पाए जबकि 2024 में वह दूसरे क्वालीफायर में बाहर हो गए।

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सचिन खिलारी ने पुरुषों की शॉटपुट एफ46 स्पर्धा में जीता रजत

पेरिस पैरालंपिक में भारत का दमदार प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को 20 मेडल के साथ समापन करने के बाद बुधवार का आगाज भी भारतीय दल ने रजत के साथ किया है। सचिन खिलारी ने पुरुषों की शॉटपुट एफ 46 स्पर्धा में 16.32 मीटर के एशियाई रिकॉर्ड के साथ रजत पदक जीता। खिलारी कनाडा के ग्रेग स्टीवर्ट से पीछे रहे, जिन्होंने 16.38 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो दर्ज किया, जो इस सीजन का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। अन्य भारतीयो में मोहम्मद यासर (14.21 मीटर) और रोहित कुमार (14.10 मीटर) क्रमशः आठवें और नौवें स्थान पर रहे। मौजूदा विश्व चैंपियन सचिन ने इससे पहले मई में जापान के कोबे में विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान 16.30 मीटर के थ्रो के साथ एशियाई रिकॉर्ड बनाया था।

एक मामूली और किसान परिवार में जन्मे सचिन खिलारी महाराष्ट्र के सांगली जिले के करगानी गांव से ताल्लुक रखते हैं। स्कूल में हुए एक हादसे का शिकार यह एथलीट उस घटना के बाद विकलांग हो गया। खेल और शिक्षा दोनों में शानदार प्रदर्शन करने वाले सचिन ने मैकेनिकल इंजीनियर की है। वह विभिन्न संस्थानों में विजिटिंग फैकल्टी सदस्य के रूप में भी काम करते हैं, और छात्रों को उनकी एमपीएससी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में सहायता करते हैं। खिलारी की पिछली उपलब्धियों में पर नजर डाले तो, उनके नाम- एशियाई पैरा खेल (2022) स्वर्ण पदक, विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (2024) स्वर्ण पदक, विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (2023) एशिया रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक, (2023)- एशिया रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक। उनके नाम राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 5 बार स्वर्ण पदक है। भारत के पास अब कुल 21 पदक हैं, जो टोक्यो पैरा खेलों में जीते गए पदकों से दो ज़्यादा हैं। भारत के पास इस समय तीन स्वर्ण, आठ रजत और दस कांस्य पदक हैं, जिससे वह पदक तालिका में 19वें स्थान पर है।

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ईशान किशन का दलीप ट्राफी के पहले के मैच में खेलना संदिग्ध

विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का हैमस्ट्रिंग चोट के कारण गुरुवार को यहां दलीप ट्राफी के पहले दौर में खेलना संदिग्ध लग रहा है। किशन को श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली भारत डी में शामिल किया गया है जो पहले दौर में अनंतपुर में भारत सी से भिड़ेगी। पता चला है कि किशन को हाल में कोयंबटूर में बुची बाबू आमंत्रण टूर्नामेंट में झारखंड के लिए खेलते हुए चोट लग गई थी।

संजू सैमसन को उनकी जगह शामिल करने की बात भी चल रही थी लेकिन पूरी उम्मीद है कि केएस भरत पहले दौर में भारत डी के लिए विकेटकीपिंग करेंगे। किशन अभी तक अनंतपुर नहीं पहुंचे हैं। भारत ए के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा इस साल के शुरू में हुई सर्जरी से उबर रहे हैं और वह भी एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत बी के खिलाफ होने वाले पहले दौर के मुकाबले में नहीं खेल पायेंगे।

कई मुख्य खिलाड़ी चोटों के कारण दलीप ट्राफी में नहीं खेल रहे हैं।

इससे पहले सूर्यकुमार यादव बुची बाबू टूर्नामेंट में मुंबई के लिए खेलते हुए लगी हाथ में चोट के कारण पहले दौर का मैच नहीं खेलेंगे।

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और उमरान मलिक भी बीमार होने के कारण टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे जबकि आल राउंडर रविंद्र जडेजा को भारत बी ने रिलीज कर दिया है लेकिन इसका कारण पता नहीं है।

तेज गेंदबाज नवदीप सैनी भारत बी में सिराज की जगह लेंगे जबकि पुडुचेरी के तेज गेंदबाज गौरव यादव भारत सी में मलिक के स्थान पर उतरेंगे।

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