खेल: पेरिस पैरालंपिक के उद्घाटन में भाग्यश्री-सुमित होंगे भारतीय ध्वजवाहक और पंत-इशांत धमाल मचाने को तैयार
डिफेंडिंग जैवलिन थ्रो चैंपियन सुमित अंतिल और शॉटपुट स्टार भाग्यश्री जाधव को पेरिस पैरालंपिक की ओपनिंग सेरेमनी के लिए भारतीय ध्वजवाहक नियुक्त किया गया और ऋषभ पंत, इशांत शर्मा पुरानी दिल्ली 6 के लिए धमाल मचाने को तैयार है।
पेरिस पैरालंपिक के उद्घाटन में भाग्यश्री और सुमित होंगे भारतीय ध्वजवाहक
डिफेंडिंग जैवलिन थ्रो चैंपियन सुमित अंतिल और शॉटपुट स्टार भाग्यश्री जाधव को पेरिस पैरालंपिक की ओपनिंग सेरेमनी के लिए शुक्रवार को भारतीय ध्वजवाहक नियुक्त किया गया। पैरालंपिक गेम्स 28 अगस्त से 8 सितंबर तक चलेंगे। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि ओलंपिक स्थलों का उपयोग हजारों पैरालंपिक पदक प्रदान करने के लिए किया जाएगा। पेरिस पैरालंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व 84 एथलीट करेंगे, जो देश का अब तक का सबसे बड़ा दल है। बता दें, टोक्यो में भारत की ओर से भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या 54 थी। सुमित पुरुषों की जैवलिन थ्रो एफ 64 श्रेणी में मौजूदा पैरालंपिक चैंपियन हैं। उन्होंने मई में पैरा-एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की जैवलिन थ्रो एफ64 श्रेणी में भी स्वर्ण पदक जीता।
25 वर्षीय ये खिलाड़ी पुरुषों की जैवलिन थ्रो में विश्व रिकॉर्ड धारक हैं। विश्व चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में सुमित अंतिल ने 70.83 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता था, जो उस समय का विश्व रिकॉर्ड था। इसके बाद उन्होंने हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों में 73.29 मीटर तक जैवलिन फेंककर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया और स्वर्ण पदक जीता। दूसरी ओर, भाग्यश्री ने 2022 एशियाई पैरा खेलों में शॉट पुट एफ34 श्रेणी में रजत पदक जीता और टोक्यो पैरालंपिक में सातवें स्थान पर रहीं। उन्होंने इस साल मई में पैरा-एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की शॉट पुट एफ 34 स्पर्धा में भी रजत पदक जीता।
डब्ल्यूएफआई के कामकाज पर रोक लगाने वाली याचिका पर आईओए तदर्थ पैनल का अधिकार बहाल
दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति के अधिकार को बहाल कर दिया जिसमें मौजूदा स्वरूप में डब्ल्यूएफआई के कामकाज पर रोक लगाने और खेल के लिए राष्ट्रीय महासंघ के रूप में कोई भी गतिविधि करने से रोकने की मांग की गई थी। शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान की याचिका पर अंतरिम आदेश पारित करते हुए न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने कहा कि आईओए समिति का पुनर्गठन कर सकता है। इन पहलवानों ने पिछले साल जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह पर सात महिला पहलवानों पर कथित यौन उत्पीड़न के आरोप पर गिरफ्तारी की मांग की थी। इस साल के शुरू में इन पहलवानों ने दिसंबर में महासंघ के पदाधिकारियों के चुनाव को रद्द करने और अवैध घोषित करने के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया था। बृज भूषण के वफादार संजय सिंह को 21 दिसंबर 2023 को हुए चुनावों में डब्ल्यूएफआई का नया प्रमुख चुना गया था।
अंतरिम राहत के लिए अपनी याचिका में याचिकाकर्ताओं ने डब्ल्यूएफआई के मौजूदा स्वरूप में कामकाज पर रोक लगाने और कुश्ती के खेल के लिए राष्ट्रीय महासंघ के रूप में कोई भी गतिविधि करने से रोकने की मांग की थी। केंद्र ने चुनाव के तीन दिन बाद डब्ल्यूएफआई को कथित तौर पर फैसले लेत समय अपने खुद के संविधान के प्रावधानों का पालन नहीं करने के लिए 24 दिसंबर 2023 को निलंबित कर दिया था और आईओए से इसका कामकाज देखने के लिए एक तदर्थ समिति गठित करने का अनुरोध किया था। फरवरी में विश्व कुश्ती संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने निलंबन हटा लिया जिसके कारण आईओए ने मार्च में अपनी तदर्थ समिति को भी भंग कर दिया था। शीर्ष पहलवानों की याचिका पर अदालत ने चार मार्च को केंद्र सरकार, डब्ल्यूएफआई और डब्ल्यूएफआई की तदर्थ समिति को नोटिस जारी किया था।
मैडी का शतक, आस्ट्रेलिया ए महिला टीम ने भारत ए को हराकर 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की
सलामी बल्लेबाज मैडी डार्के के नाबाद अर्धशतक और शानदार गेंदबाजी प्रयासों से आस्ट्रेलिया ए ने शुक्रवार को यहां दूसरे महिला वनडे मैच में भारत ए पर आठ विकेट से जीत दर्ज की। इस जीत से आस्ट्रेलिया ने तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। घरेलू ए टीम ने पहला वनडे चार विकेट से जीता था। भारत ए महिला टीम 48 ओवर में 218 रन पर सिमट गयी जिसमें तेजल हसाबनिस ने 63 और राघवी बिष्ट ने 70 रन की अर्धशतकीय पारियां खेलीं। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए आस्ट्रेलिया के लिए मैडी ने 115 गेंद में सात चौके जड़ित 106 रन की शतकीय पारी खेली और उनकी सलामी जोड़ीदार कैटी मैक (68 रन) के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 22.4 ओवर में 131 रन की साझेदारी निभाई।
कप्तान तहलिया मैकग्रा 32 रन बनाकर नाबाद रहीं जिससे आस्ट्रेलिया ने 40.2 ओवर में दो विकेट पर 221 रन बनाये। कप्तान और मैडी ने तीसरे विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी निभाई। भारतीय गेंदबाज आस्ट्रेलिया की बल्लेबाजों को ताबड़तोड़ रन बनाने से रोक नहीं सकीं जबकि आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया जिसमें मैतलान ब्राउन, निकोला हैंकॉक और चार्ली नॉट ने मिलकर छह विकेट झटके। इससे भारतीय टीम दो ओवर पहले ही 218 रन पर सिमट गई। तेजल ने 86 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी में चार चौके और राघवी ने 93 गेंद में चार चौके और एक छक्का जड़ा। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 124 रन की साझेदारी निभायी जिससे भारत का स्कोर 40 ओवर में तीन विकेट पर 176 रन पहुंच गया था। लेकिन भारतीय बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा सकीं और टीम ने बचे हुए सात विकेट आठ ओवर में महज 42 रन के अंदर गंवा दिये।
कनाडा में दर्शकों की बदसलूकी का शिकार हुए शाकिब पहुंचे पाकिस्तान
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की तरफ़ से दिए गए निमंत्रण के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ी 13 अगस्त को ही पाकिस्तान आ गए थे। दरअसल, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी ) देश में चल रही राजनीतिक अशांति की वजह से उस तरह का अभ्यास कराने में असमर्थ था जिसकी ज़रूरत टेस्ट मैच से पहले होती है। अब शाकिब भी टीम के साथ जुड़ गए हैं, वह बुधवार को लाहौर पहुंच गए और अभ्यास सत्र में भी टीम के साथ नज़र आए। शाकिब अल हसन सीधे कनाडा से आ रहे हैं जहां वह ग्लोबल टी20 लीग में बंगला टाइगर्स का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। शाकिब के लिए वह हफ़्ता घटनाओं से भरा हुआ था। 5 अगस्त को जब अवामी लीग सरकार गिर रही थी और शेख़ हसीना भारत आ गईं थीं, उसके कुछ ही घंटे बाद शाकिब मैच खेल रहे थे। शाकिब को मैच के दौरान दर्शकों की बदसलूक़ी का भी शिकार होना पड़ा, कुछ फ़ैन्स ने उनके ख़िलाफ़ जमकर नारे लगाए। साथ ही साथ शाकिब को संसद की सदस्यता भी खोनी पड़ी।
शाकिब को इसी बीच एक और विवाद का सामना करना पड़ा जब टोरंटो नेशनल्स के ख़िलाफ़ एलिमिनेटर मुक़ाबले के लिए उन्होंने टॉस करने से इंकार कर दिया। दरअसल, बारिश से बाधित मैच में नतीजा निकालने के लिए सीधे सुपरओवर कराया जा रहा था जिसे नियम का हवाला देते हुए शाकिब ने खेलने से मना कर दिया। इन चीज़ों को नज़रअंदाज़ करते हुए बांग्लादेश के स्पिन गेंदबाज़ी सलाहकार मुश्ताक़ अहमद मानते हैं कि शाकिब अल हसन और मुशफ़िक़ुर रहीम के जुड़ने से पाकिस्तान के ख़िलाफ़ होने वाली टेस्ट सीरीज़ में बांग्लादेश का मनोबल बढ़ेगा। मुश्ताक़ अहमद ने कहा , "पहले टेस्ट मैच को लेकर सभी खिलाड़ी उत्साहित हैं। शाकिब और मुशफ़िक़ुर अनुभवी खिलाड़ी हैं और वह टीम को एक सकारात्मक ऊर्जा देते हैं। मैं मैनेजमेंट को भी इसका श्रेय देना चाहूंगा जो खिलाड़ियों के साथ बेहतरीन रही है। फ़िलहाल सारा फ़ोकस क्रिकेट पर लौट आया है।"
बांग्लादेश ने अब तक विदेशी सरज़मीं पर दो या उससे ज़्यादा मैचों की सिर्फ़ एक ही टेस्ट सीरीज़ जीती है। जब उन्होंने 2009 में वेस्टइंडीज़ को उन्हीं के घर जाकर टेस्ट सीरीज़ में मात दी थी। हालांकि मुश्ताक़ का मानना है कि अब वक़्त आ गया है जब ये टीम घर से बाहर भी जीत सकती है। उन्होंने कहा, "एक क्रिकेटर को अपने ऊपर विश्वास रखना चाहिए और बेसिक पर ध्यान देना चाहिए, अगर ऐसा नहीं किया तो मैच से पहले ही वह लड़ाई हार जाएंगे। उनके पास कौशल की कोई कमी नहीं है, हम उन्हें ये विश्वास दिला रहे हैं कि वह किसी भी टीम को हराने की क्षमता रखते हैं। बांग्लादेश एक अच्छी टीम है, आपने देखा होगा कि कैसे उन्होंने विश्व कप में मज़बूत टीमों को भी चुनौती दी थी। इस टीम के पास अच्छे तेज़ गेंदबाज़ आ रहे हैं और वह सही दिशा में काम कर रहे हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि इस टीम को घर से बाहर भी जीतने की आदत लग जाएगी।"
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