अमेरिकी रेसलर जॉर्डन बरोज ने की UWW के नियमों में बदलाव की मांग, कहा- विनेश को सिल्वर मेडल मिले

विनेश फोगाट के अप्रत्याशित बाहर होने के बाद ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और छह बार के वर्ल्ड चैंपियन जॉर्डन बरोज (अमेरिकी रेलसर) ने अंतराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ से नियमों में तुरंत बदलाव करने और विनेश को सिल्वर मेडल देने की मांग की है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारत की विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के बाद डिसक्वालिफाई कर दिया गया, इसके साथ ही उन्हें सुनिश्चित ओलंपिक पदक गंवाना पड़ा। 

जब पूरा देश विनेश के पदक जीतने का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा था तब उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया क्योंकि दूसरी बार वजन करवाने के दौरान उनका वजन 100 ग्राम अधिक रहा। उन्हें कम से कम रजत पदक मिलना तय था। विनेश ने मंगलवार को शुरुआती दौर में दुनिया की नंबर एक और मौजूदा चैंपियन यूई सुसाकी को हराकर हलचल मचा दी थी।

इन सबके बीच विनेश को विदेशी पहलवानों से भी समर्थन मिल रहा है और उन्हें रजत पदक देने की मांग की जा रही है। साथ ही अंतराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ से नियमों में बदलाव की भी बात कही जा रही है। फोगाट के अप्रत्याशित बाहर होने के बाद ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और छह बार के वर्ल्ड चैंपियन जॉर्डन बरोज (अमेरिकी रेलसर) ने अंतराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ से नियमों में तुरंत बदलाव करने और विनेश को सिल्वर मेडल देने की मांग की है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट शेयर कर कहा, "विनेश को सिल्वर मेडल दो।"


वहीं दूसरे एक्स पोस्ट में अमेरिकी स्टार रेसलर ने लिखा- अंतराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के लिए नियमों में तत्काल ये बदलाव हों:

1. दूसरे दिन 1 किलो बढ़े वजन तक की छूट मिले। 

2. वजन-तौल सुबह 8:30 बजे से बढ़ाकर 10:30 बजे हो।

3. भविष्य के फाइनल में अगर विरोधी फाइनलिस्ट वजन कम करने में चूक जाता है तो उसकी हार घोषित हो।

4.. सेमीफाइनल में जीत के बाद, दोनों फाइनलिस्ट के मेडल सुरक्षित हों, भले ही दूसरे दिन वजन कम करने में चूक जाएं। गोल्ड मेडल केवल उसी पहलवान को मिले जिसने दूसरे दिन भी वजन कम रखा है।

5. विनेश को सिल्वर मेडल दिया जाए।

कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी विनेश को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट कुश्ती के मैट पर तो नहीं हारीं, लेकिन साजिश के मैट पर हार गईं। विनेश फोगाट को स्पोर्टस की राजनीति की बलि चढ़ा दिया गया। विनेश फोगाट के साथ जो हुआ, उससे आज देश के 140 करोड़ से ज्यादा लोग स्तब्ध हैं। कुछ सत्ताधारी लोग विनेश को बधाई देने से भी बच रहे थे। 


उन्होंने कहा कि सरकार के खेल मंत्री, प्रधानमंत्री, बड़े-बड़े मंत्री, नेता, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इससे कतरा रहे थे। विनेश फोगाट वही महिला पहलवान हैं, जिसने 2023 पूरा साल प्रधानमंत्री के चहेते 'रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया' के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा के तत्कालीन सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शारीरिक व मानसिक यातना के खिलाफ बुलंद आवाज उठाई थी।

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