देखत मैं छोटे लगैं, घाव करैं गंभीर : राहुल गांधी के ट्वीट रूपी तीरों से विरोधी पस्त

राहुल गांधी के ट्वीट बड़े दिलचस्प होते हैं। शाह-जादा से लेकर शौर्य गाथा तक, गिने चुने शब्दों में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर ऐसा कटाक्ष करते हैं कि विरोधियों की बोलती बंद हो जाती है।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

छोटे-छोटे वाक्यों, कम शब्दों और भरपूर भाव के साथ बड़ी-बड़ी बातें कहने वाले हिंदी के रीतिकाल के प्रसिद्ध कवि बिहारी लाल की प्रसिद्ध लोकोक्ति है:

सतसइया के दोहरे, ज्यों नावक के तीर।

देखत मैं छोटे लगैं, घाव करैं गंभीर॥

कुछ लोग सतसैया की जगह शतशैय्या भी लिखते हैं। इसका अर्थ अलग-अलग विद्धान अलग-अलग ही निकालते रहे हैं। लेकिन जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय अर्थ है, वह है कि छोटे वाक्य में बड़ी बात कहकर विरोधी का मुंह बंद कर देना।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट भी पिछले कुछ समय से यही ‘सतसइया के दोहरे, ज्यों नावक के तीर। देखत मैं छोटे लगैं, घाव करैं गंभीर॥ ‘ का माहौल बनाए हुए हैं।

ताजा मामला रविवार का है जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा । उन्होंने महंगाई और रोजगार जैसे अहम मुद्दों का जिक्र करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि, "महंगी गैस, महंगा राशन, बंद करो खोखला भाषण, दाम बांधो, काम दो, वर्ना खाली करो सिंहासन।"

राहुल गांधी ने इस ट्वीट के साथ एक खबर को भी लगाया है जिसमें बताया गया है कि बीते करीब डेढ़ साल में रसोई गैस की कीमतें कितनी बढ़ी हैं। यह जानना यहां जरूरी है कि इस महीने की शुरुआत में ही रसोई गैस के दामों में बढ़ोत्तरी की गई है।

यह कोई पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने शनिवार को एक न्यूज़ वेबसाइट पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के बेटे शौर्य डोवाल की संस्था इंडिया फाउंडेशन के बारे में छपी रिपोर्ट पर भी कटाक्ष किया था। उन्होंने लिखा था, “शाह-जादा की अपार सफलता के बाद भाजपा की नई पेशकश - अजित शौर्य गाथा”

राहुल गांधी ने इस ट्वीट के साथ भी नवजीवन इंडिया डॉट कॉम की खबर को संलग्न किया था, जिसमें शौर्य डोवाल के संस्थान के बारे में द वायर की खबर का जिक्र था।

नवजीवन की इस खबर को इस लिंक पर पढ़ सकते हैं : ‘द वायर’ का खुलासा, एनएसए अजित डोवाल के पुत्र शौर्य के ‘इंडिया फाउंडेशन’ में शामिल हैं केंद्रीय मंत्री, हितों के टकराव का शक

राहुल गांधी पिछले कई महीनों से अपने ट्वीट के जरिए लगातार मोदी सरकार, बीजेपी, उसकी कार्यशैली, समसामयिक मुद्दों और केंद्र सरकार की कारगुजारियों पर टिप्पणी कर रहे हैं। हाल ही में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात नवसृजन यात्रा के तहत कई बार गुजराक का दौरा किया है। गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को विधानसभा चुनाव हैं। गुजरात में अपनी जनसभाओं और लोगों से बातचीत में राहुल गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी, नोटबंदी, अर्थव्यवस्था और जीएसटी जैसे मुद्दों को खूब उठाया है। जीएसटी पर तो उनकी टिप्पणी “गब्बर सिंह टैक्स” की खूब चर्चा हुई थी।

उन्होंने 24 अक्टूबर को इसी पर ट्वीट कर फिल्म ‘शोले’ के डायलॉग को थोड़ा बदलाव के साथ टिप्पणी की थी।

राहुल ने 26 अक्टूबर को एक बार फिर जीएसटी और नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था, “डॉ. जेटली, नोटबंदी और GST से अर्थव्यवस्था ICU में है। आप कहते हैं आप किसी से कम नहीं, मगर आपकी दवा में दम नहीं।”

हाल ही में आई कोराबर सुगमता पर विश्व बैंक की रिपोर्ट को लेकर भी उन्होंने वित्त मंत्री पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, “सबको मालूम है “ease of doing business” की हकीकत, लेकिन ख़ुद को खुश रखने के लिए "Dr Jaitley" ये ख्याल अच्छा है।”

अर्थव्यवस्था पर ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी खूब टिप्पणियां की हैं। 30 अक्टूबर को उन्होंने लिखा, “नरेंद्र मोदी जी ने हिन्दुस्तान की अर्थव्यवस्था पर दो torpedoes-नोटबंदी और गलत तरीके से implement की गयी GST मारकर उसे ICU में पहुँचा दिया है।”

पिछले महीने 16 अक्टूबर को जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात जाने वाले थे, उसी दिन सुबह-सुबह राहुल गांधी ने ऐसा ट्वीट किया, जिस की जबरदस्त चर्चा हुई। इस ट्वीट में उन्होंने न तो प्रधानमंत्री का नाम लिया और न ही बीजेपी का। लेकिन तीर सीधे निशाने पर लगा। उन्होने लिखा था, “मौसम का हाल : चुनाव से पहले गुजरात में आज होगी जुमलों की बारिश”

इसी तरह राहुल गांधी ने दुष्यंत की एक रचना की पंक्तियां उठाकर देश में भूख से हो रही मौतों और हाल में जारी हंगर इंडेक्स को लेकर सरकार की कार्यशैली पर टिप्पणी की थी।

और उनके इस ट्वीट से तो राजनीतिक हलकों में भूचाल ही आ गया था। इस ट्वीट ने एक राजनेता के तौर पर राहुल गांधी की एक नई छवि पेश की थी, जिसमें उन्होंने उनका उपहास उड़ाने वालों पर उन्हीं के शब्दों का वार किया था।

और भी बहुत से ट्वीट हैं जिनके जवाब विरोधियों, भक्तों और ट्रोल सेना के पास नहीं हैं।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia