दशहरा रैली कर उद्धव ठाकरे ने दिखाई ताकत, शिंदे को बताया कटप्पा, कहा- गद्दार को गद्दार ही कहा जाएगा
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर भी हमला करते हुए कहा कि मेरा नाम सिर्फ उद्धव ठाकरे नहीं है, बल्कि उद्धव बालासाहेब ठाकरे है। मुझे बीजेपी से हिंदुत्व का पाठ पढ़ने की जरूरत नहीं है। बीजेपी वाले शिवसेना की गद्दी चुराने की कोशिश में लगे हैं।
मुंबई के दादर के शिवाजी पार्क में आज शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने भव्य दशहरा रैली का आयोजन कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। लोगों के जनसैलाब के बीच उद्धव ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे को इशारों में कटप्पा बताते हुए कहा कि गद्दार को गद्दार ही कहा जाएगा और धोखेबाजों को जनता माफ नहीं करेगी। इसके साथ ही ठाकरे ने पार्टी के बागी नेताओं को रावण से भी अधिक विश्वासघाती करार दिया। दशहरा रैली के बाद शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में 'रावण दहन' किया।
इससे पहले जैसा कि उम्मीद किया जा रहा था दशहरा रैली के दौरान जनसमूह को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जिन्हें हमने सब कुछ दिया, उन्होंने हमारे साथ विश्वासघात किया और जिन्हें कुछ नहीं दिया, वे सब आज भी साथ हैं। यह शिवसेना एक या दो की नहीं बल्कि आप सभी की है। जब तक आप लोग मेरे साथ हैं, मैं पार्टी का नेता रहूंगा।
उद्धव ठाकरे ने शिवसेना में बगावत पर बोलते हुए कहा कि मुझे जिस बात का सबसे ज्यादा बुरा लगा और जिससे गुस्सा आता है, वह यह है कि जब मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो जिन लोगों को मैंने (राज्य की) जिम्मेदारी दी थी, वे कटप्पा बन गए और हमें धोखा दिया। वे मुझे यह सोचकर काट रहे थे कि मैं अस्पताल से कभी वापस नहीं लौटूंगा। ठाकरे ने कहा कि हमारी वार्षिक परंपरा के अनुसार, इस बार भी 'रावण दहन' समारोह होगा, लेकिन इस वर्ष का रावण अलग है। समय के साथ रावण भी बदल जाता है। वह अब तक 10 सिर वाला हुआ करता था, लेकिन अब उसके पास कितने सिर हैं? अब वह 50 गुना अधिक विश्वासघाती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बागियों पर एक के बाद एक वार करते हुए कहा कि गद्दारों को गद्दार ही कहा जाएगा। ये बात सभी को पता होनी चाहिए कि शिवसेना की गद्दी मेरे शिवसैनिकों की है। जनता कभी भी कटप्पा को माफ नहीं करने वाली है। उद्धव ने शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग शिवसेना का नाम चुराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ये लोग सिर्फ कुछ समय के लिए ही कुर्सी पर रहने वाले हैं। इनका कोई भविष्य नहीं है।
उद्धव ने बीजेपी पर भी सीधा हमला बोलते हुए कहा कि मेरा नाम सिर्फ उद्धव ठाकरे नहीं है, बल्कि उद्धव बालासाहेब ठाकरे है। मुझे बीजेपी वालों से हिंदुत्व का पाठ पढ़ने की जरूरत नहीं है। बीजेपी वाले तो शिवसेना की गद्दी चुराने की कोशिश में लगे हैं। वो जो कर रहे हैं, ठीक नहीं कर रहे हैं। उद्धव ने पीएम मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग पाकिस्तान में जाकर केक खाते हैं, वो हिंदुत्व की बात कैसे कर सकते हैं। ये सिर्फ गाय-गाय करते हैं और महंगाई पर कभी कुछ नहीं बोलते हैं। इस समय ये देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है।
अपने संबोधन में उद्धव ठाकरे ने शिवसैनिकों से बड़ा वादा करते हुए एलान किया कि वे एक बार फिर किसी शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाएंगे। उद्धव ने कहा कि जो वादा मैंने अपने पिता से किया था, वो वादा आज आप से करता हूं। एक बार फिर शिवसैनिक मुख्यमंत्री बनाकर रहेंगे। अपने विरोधियों को हर चुनाव में धूल चटाएंगे।
रैली में उद्धव ने महिला सम्मान पर भी बीजेपी और आऱएसएस को जमकर घेरा। उद्धव ने कहा कि मोहन भागवत महिलाओं के लिए समान अधिकार की बात करते हैं, लेकिन अंकिता भंडारी की हत्या कर दी जाती है, बिलकिस बानो के आरोपियों को गुजरात सरकार छोड़ देती है और उनका स्वागत-सम्मान करती है। उद्धव ने कहा कि हिंदुत्व हमे हमेशा महिलाओं का सम्मान करना सिखाती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हम सभी भारतीय हैं, धर्म को घर छोड़कर आना चाहिए।
गौरतलब है कि शिवसेना मुंबई के शिवाजी पार्क में अपने गठन के बाद से ही हर साल दशहरा रैली का आयोजन करती आई है। लेकिन इस बार शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों गुट ने यहां रैली के लिए आवेदन दिया था, जिस पर काफी विवाद के बाद शिंदे गुट को इजाजत मिल गई थी। लेकिन उद्धव ठाकरे ने इस फैसले को बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दी, जहां से उन्हें रैली की इजाजत मिल गई। उद्धव ठाकरे को शिवाजी पार्क में रैली की इजाजत को ही शिंदे गुट पर उनकी बड़ी जीत माना जा रहा है।
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