यूपी का माहौल को देखकर साफ, बीजेपी का हो रहा है सफाया- अखिलेश यादव ने सहारनपुर में किया दावा

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी में जो जितना बड़ा नेता होता है, वह उतना ही बड़ा झूठ बोलता है। सबसे ज्यादा अपराधी बीजेपी के प्रत्याशियों की सूची में हैं। बीजेपी सिर्फ नफरत फैलाने का काम करती है, जबकि सपा विकास करती है।

फोटोः IANS
फोटोः IANS
user

नवजीवन डेस्क

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को सहारनपुर में कहा कि माहौल को देखकर कह सकते हैं कि बीजेपी का सफाया हो रहा है। अखिलेश ने प्रेस वार्ता के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बदलाव की हवा चल रही है। युवा, व्यापारी सभी बदलाव चाहते हैं। माहौल को देखकर कह सकते हैं कि बीजेपी का सफाया हो रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी में जो जितना बड़ा नेता होता है, वह उतना ही बड़ा झूठ बोलता है। सबसे ज्यादा अपराधी बीजेपी के प्रत्याशियों की सूची में हैं। बीजेपी सिर्फ नफरत फैलाने का काम करती है, जबकि सपा विकास करती है। सपा सरकार ने सहारनपुर में मेडिकल कॉलेज शुरू कराया, लेकिन योगी सरकार ने मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टरों और स्टाफ को गोरखपुर भेज दिया। सहारनपुर की जनता के साथ भेदभाव किया गया। लोगों को यहां समुचित उपचार नहीं मिलता है।


सपा प्रमुख ने कहा, "अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए यहां आया हूं। ऐतिहासिक वोट मिलेंगे। सपा ने अपने घोषणापत्र कहा है कि 300 यूनिट बिजली फ्री होगी। किसानों को फ्री बिजली मिलेगी। पुरानी पेंशन लागू करेंगे। गन्ना भुगतान के लिए एक फंड बनाएंगे। किसानों को धरना नहीं देना होगा। 15 दिन में भुगतान कराएंगे। एमएसपी तय करेंगे। मंडी को बढ़ावा देंगे।"

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सहारनपुर में लकड़ी का जितना काम होता है, उतना और कहीं नहीं होता। यहां वुडकार्विग एक्सपोर्ट के लिए संस्था बनेगी। प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। लकड़ी की एग्जीबिशन लगेगी। लकड़ी कारोबारियों को मशीनें दी जाएंगी। एक्सपोर्ट को बढ़ावा देंगे।

अखिलेश ने मां शाकम्भरी देवी को प्रणाम किया। देवबंद का नाम लिया और कहा कि यहां मिली-जुली संस्कृति है। मेडिकल कॉलेज को उच्चीकृत किया जाएगा। पीजीआई को उसका स्तर दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार झांसा दे रही है। बीजेपी का नाम भारतीय झांसा पार्टी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी बताए, उसके राज में मीट का एक्सपोर्ट बढ़ा या नहीं। 700 किसान शहीद हुए या नहीं। इन्होंने एटीएस सेंटर का बजट नहीं पास किया। ये 100 नंबर गाड़ियों के टायर नहीं बदल पा रहे, एटीएस सेंटर क्या बनाएंगे। साढ़े चार साल में क्यों नहीं बनाया।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia