महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का भी हो ऐलान, हम पूरी तरह हैं तैयारः उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभाओं का कार्यकाल भी इसी साल समाप्त हो रहा है और सभी को उम्मीद थी कि चार राज्यों में एकसाथ चुनाव की घोषणा होगी, लेकिन भारतीय निर्वाचन आयोग ने अभी उनके लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की।

उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान करने की मांग की, कहा- हम पूरी तरह तैयार हैं
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान करने की मांग की, कहा- हम पूरी तरह तैयार हैं
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नवजीवन डेस्क

जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के कार्यक्रमों की शुक्रवार को घोषणा कर दी गई। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों की भी घोषणा करने की मांग की है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, "आज मुझे पता चला है कि चुनाव आयोग ने कुछ राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है। मेरा तो कहना है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की भी घोषणा कर दीजिए, हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं।"

महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभाओं का कार्यकाल भी इसी साल समाप्त हो रहा है और सभी को उम्मीद थी कि चार राज्यों में एकसाथ चुनाव की घोषणा होगी, लेकिन भारतीय निर्वाचन आयोग ने अभी उनके लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की। दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावों की तारीखों का ऐलान किया।


महाराष्ट्र में 288 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनाव अक्टूबर 2019 में हुआ था। तब बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। उनके खिलाफ कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन था। चुनाव में जीत मिलने के बावजूद बीजेपी और शिवसेना में मनमुटाव के कारण सरकार नहीं बन पा रही थी। इसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी बनाया।

लेकिन उनके सरकार गठन से पहले ही एनसीपी के अजित पवार बागी हो गए और बीजेपी के देवेन्द्र फडणवीस ने तड़के ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जबकि अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने। बाद में एनसीपी के नहीं टूटने के कारण फडणवीस को इस्तीफा देना पड़ा और महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी। जून 2022 में शिवसेना में दो फाड़ के बाद बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। जुलाई 2023 में अजित पवार ने एनसीपी को भी तोड़ दिया और सरकार में शामिल हो गए।


लेकिन उनके सरकार गठन से पहले ही एनसीपी के अजित पवार बागी हो गए और बीजेपी के देवेन्द्र फडणवीस ने तड़के ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जबकि अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने। बाद में एनसीपी के नहीं टूटने के कारण फडणवीस को इस्तीफा देना पड़ा और महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी। जून 2022 में शिवसेना में दो फाड़ के बाद बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। जुलाई 2023 में अजित पवार ने एनसीपी को भी तोड़ दिया और सरकार में शामिल हो गए।

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