कर्नाटक चुनावः उद्धव ठाकरे की वहां के मराठियों से अपील, वोट डालते समय 'जय भवानी-जय शिवाजी' बोलें
उद्धव ने कहा कि जब उनके पिता बालासाहेब ठाकरे ने 1987 में हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगा था, तो चुनाव आयोग ने 1995 से छह साल तक उनका वोटिंग अधिकार खत्म कर दिया था। ठाकरे ने कहा कि अगर देश के पीएम हिंदू धर्म का प्रचार करें, तो मतदान के नियम अब बदल सकते हैं।
कर्नाटक चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मतदाताओं से 'जय बजरंगबली' का नाम लेकर वोट का बटन दबाने की अपील पर करारा पलटवार करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को राज्य के मराठी मतदाताओं से आग्रह किया कि वे वोट डालते समय 'जय भवानी' और 'जय शिवाजी' बोलें।
पीएम मोदी के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना-यूबीटी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब उनके पिता और शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने 1987 में हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगा था, तो निर्वाचन आयोग ने 1995 से छह साल के लिए उनका मतदान का अधिकार खत्म कर दिया था।
उद्धव ठाकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा, "अगर देश के पीएम हिंदू धर्म का प्रचार करें, तो मतदान के नियम अब बदल सकते हैं। कर्नाटक के मराठी भाषी लोगों को मतदान करते हुए 'जय भवानी', 'जय शिवाजी' कहना चाहिए और महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) के उम्मीदवारों को वोट देना चाहिए।"
शिवसेना-यूबीटी प्रमुख ने कहा कि समय की जरूरत उन लोगों के बीच एकता की है जो मानते हैं कि देश में तानाशाही नहीं होनी चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा, "यह एक व्यक्ति को हराने के बारे में नहीं है, बल्कि रवैये को खत्म करने के बारे में है। तानाशाही रवैये को हराने के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए।
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