कर्नाटक चुनावः डी के शिवकुमार ही लड़ेंगे कनकपुरा से चुनाव, राज्य कांग्रेस प्रमुख का नामांकन हुआ मंजूर
नामांकन अस्वीकार होने की आशंका में शिवकुमार ने कनकपुरा सीट से अपने भाई डी के सुरेश का नामांकन भरवाया था। शिवकुमार ने आज सुबह कहा कि 5,000 लोगों ने उनकी संपत्ति घोषणा पत्र को डाउनलोड किया है। बीजेपी सहित कोई भी साजिश कर सकता है।
कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रिटर्निग ऑफिसर ने शुक्रवार को कनकपुरा सीट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार का नामांकन स्वीकार कर लिया। अधिकारियों ने शिवकुमार द्वारा दाखिल नामांकन में किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है। इससे पहले शिवकुमार ने बीजेपी द्वारा उन्हें चुनावी मैदान से बाहर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
इस शक में कि अधिकारी उनके नामांकन को अस्वीकार कर देंगे, शिवकुमार ने कनकपुरा सीट से अपने भाई डी के सुरेश का भी नामांकन पत्र भरवाया था। शिवकुमार ने आज सुबह संवाददाताओं से कहा कि 5,000 लोगों ने उनकी संपत्ति घोषणा पत्र को डाउनलोड किया है। बीजेपी सहित कोई भी उनके खिलाफ साजिश कर सकता है। उन्होंने कहा, मुझे पता है कि वे क्या कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में मेरे भाई डी.के. सुरेश के माध्यम से एक और नामांकन दाखिल किया गया है।
शिवकुमार ने कहा कि हमारी अपनी रणनीति है, वह (डीके सुरेश) नामांकन क्यों नहीं दाखिल कर सकते? हमारी अपनी राजनीतिक गणना होगी। हम अपने राज पर से पर्दा नहीं हटा सकते। हम यह भी जानते हैं कि राजनीति कैसे करनी है। मेरी संपत्ति के दस्तावेज 5,000 लोगों ने डाउनलोड किए हैं। इसके पीछे बीजेपी की साजिश है। मुझे चुनावी मैदान से बाहर करने के लिए वे साजिश कर रहे हैं। शिवकुमार ने अपने नामांकन पत्र में 1,414 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।
संपत्ति का विवरण 108 से अधिक पृष्ठों में दिया गया है। शिवकुमार अकेले 1,214 करोड़ रुपये से अधिक के मालिक हैं। हलफनामे के मुताबिक उनकी पत्नी उषा शिवकुमार के पास 133 करोड़ रुपये और उनके बेटे आकाश के पास 66 करोड़ रुपये की संपत्ति है। उन्होंने कहा कि उनके पास 970 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और 244 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। उनके ऊपर 226 करोड़ रुपये का कर्ज है। उनकी सालाना आय 14 करोड़ रुपए बताई गई है। शिवकुमार परिवार का टर्नओवर वर्ष 2013 में 252 करोड़ रुपये था जो 2018 में बढ़कर 840 करोड़ रुपये हो गया।
सूत्रों के मुताबिक, आयकर (आई-टी) अधिकारियों ने चार दिन पहले शिवकुमार को पूछताछ के लिए बुलाया था। कनकपुरा सीट से शिवकुमार के नामांकन दाखिल करने के बाद आयकर अधिकारियों ने विवरण एकत्र किया था। वे कनकपुरा शहर भी आए थे और शिवकुमार की संपत्ति और अन्य विवरण के बारे में जानकारी एकत्र की थी। सूत्रों ने कहा था कि आईटी अधिकारी पिछले पांच वर्षों से शिवकुमार की संपत्ति के विवरण और कर भुगतान विवरण पर फोकस कर रहे हैं।
इन्हीं घटनाक्रमों के बीच डी के शिवकुमार ने कनकपुरा से अपने भाई सुरेश का नामांकन पत्र भरवाया था। हालांकि, शिवकुमार अपने भाई को पद्मनाभनगर सीट से खड़ा करने की योजना बना रहे थे, जहां से बीजेपी सरकार में मंत्री आर. अशोक चुनाव लड़ रहे हैं। आर अशोक कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र में शिवकुमार के खिलाफ भी चुनाव लड़ रहे हैं।
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Published: 21 Apr 2023, 3:30 PM