‘शाह’जादे पर आरोप : बचाव में केंद्र सरकार, कांग्रेस ने कहा ‘प्रधान सेवक’ कराएं जांच
एक वेबसाइट ने खबर में बताया है कि बीजेपी अध्यक्ष के बेटे जय शाह की कंपनी का कारोबार तब से बेतहाशा तेजी से बढ़ा है जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार सत्ता में आई है
“ऐसा लगता है कि 2014 में केंद्र सरकार बदलने के साथ ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की किस्मत भी बदल गई है।” यह आरोप कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने लगाया है। कपिल सिब्बल ने एक वेबसाइट में छपी खबर के संदर्भ में यह बात कही। खबर के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष के बेटे जय शाह की कंपनी का टर्नओवर महज तीन साल में 16000 गुना बढ़ गया है। वहीं केंद्र सरकार ने इस खबर को भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण करार देते हुए खबर प्रकाशित करने वाली वेबसाइट, उसके संपादक और खबर लिखने वाले पत्रकार पर 100 करोड़ रुपए का आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करने का ऐलान किया है। इस बीच बीजेपी अध्यक्ष के बेटे जय शाह ने भी सफाई दी है और कहा है कि उनकी कंपनी का सारा कारोबार कानून के मुताबिक है और उन्होंने किसी से कोई भी नाजायज फायदा नहीं लिया है।
एक वेबसाइट पर प्रकाशित इस खबर को लेकर राजनीतिक बयानबाजियों और आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही धमकी और चेतावनियों का दौर शुरु हो गया है और कहा जा रहा है कि ये चंपू पूंजीवाद यानी क्रोनी कैपिटलिज्म का क्लासिक केस है। दरअसल रविवार को एक वेबसाइट ने अपनी खबर में बताया कि बीजेपी अध्यक्ष के बेटे जय शाह की कंपनी का कारोबार तब से बेतहाशा तेजी से बढ़ा है जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए सरकार सत्ता में आई है। खबर में कंपनी की तरफ से सरकारी विभाग में जमा दस्तावेज के हवाले से बताया गया है कि इस बढ़े हुए मुनाफे के पीछे जय शाह की कंपनी को मिला अन-सिक्योर लोन है, जो एक राज्यसभा सांसद के रिश्तेदार की कंपनी ने दिया था।
यह खबर सामने आने के बाद कांग्रेस नेता कबिल सिब्बल ने कहा कि ऐसा लगता है कि 2014 में सरकार बदलने के साथ अमित शाह के बेटे की किस्मत भी बदल गई है। कबिल सिब्बल का कहना था कि अमित शाह के बेटे की कंपनी टेम्पल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड मार्च 2013 में घाटे में थी और ये घाटा 6,239 रुपये था। मांर्च 2014 में भी कंपनी घाटे में रही और घाटा था 1,724 रुपये। लेकिन 2014-15 में ये कंपनी मुनाफे में आ गई। यानि मई 2014 में कुछ बदलाव हुआ और मुनाफे का कारवां चल पड़ा। मुनाफा था 18,728 रुपये और कंपनी का कुल राजस्व था सिर्फ 50,000 रुपये। लेकिन असल बदलाव 2015-16 में हुआ, जब कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ हो गया। एक साल में टर्नओवर में ये बढ़ोतरी 16,000 गुना रही। इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने अमित शाह के बेटे की दूसरी कंपनी कुसुम फिनसर्व को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए. इस कंपनी में जय अमितभाई शाह का शेयर 60 फीसदी है।
कपिल सिब्बल का कहना था, ‘गड़बड़ी हुई है या नहीं ये तो जांच से पता चलेगा, हम जांच की मांग कर रहे हैं। क्या पीएम जांच करवाएंगे? मैं पीएम से ये जानना चाहता हूं कि क्या अब आप सीबीआई को जांच सौपेंगे? जिसके नाम में जय अमित शाह लगा हो उसे कौन गिरफ्तार करेगा?’
दूसरी तरफ यह खबर सामने आने के बाद जय शाह के बचाव में केंद्र सरकार खुद मैदान में उतर आई। बीजेपी नेता और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी को लेकर वेबसाइट की रिपोर्ट को गढ़ी हुई स्टोरी करार देते हुए कहा कि इसके जरिए अमित शाह की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है। पीयूष गोयल ने कहा कि वेबसाइट, वेबसाइट के संपादक और रिपोर्टर के खिलाफ 100 करोड़ रुपये के आपराधिक मानहानि का केस दर्ज किया जाएगा।
जय शाह पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए पीयूष गोयल ने कहा, ‘ये झूठ और पूरी तरह से आधारहीन और दुर्भावनपूर्ण भाव से किए गए अपमानजनक आरोप हैं। हम इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन करते हैं, नकारते हैं।’
आरोपों को मनगढ़ंत और झूठा करार देने के साथ ही पीयूष गोयल ने कहा, ‘जय शाह कानून का पालन करने वाले बिजनेसमैन हैं। उन्हें बैंक से लोन नहीं मिला, इसलिए अनसिक्योर्ड लोन लिया गया, जो लोन लिया, उसे ब्याज सहित TDS काटकर चुकाया है।’ उन्होंने कहा कि जय शाह की कंपनी में ट्रांजेक्शन के सारे हिसाब किताब कानून के मुताबिक किए जाते हैं, उनमें टैक्स भरे जाते हैं। वेबसाइट की तरफ से गलत आंकड़े देकर झूठ फैलाने की कोशिश की गई है।’ रेल मंत्री ने कहा कि इस खबर को सनसनी बनाने की कोशिश की गई है। उनका कहना था कि कॉमोडिटी मार्केट में नई कंपनी का टर्नओवर बढ़ना कोई बड़ी बात नहीं है। 16 हजार गुना क्या 16 लाख गुना भी बढ़ सकता है। उनका कहना था कि भले ही 2015-16 में कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ रुपये था, लेकिन कंपनी को 1.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। पीयूष गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजेश खांडवाला और अमित शाह के पारिवारिक संबंधों पर भी सफाई दी।
लेकिन इससे पहले इस खबर के सामने आने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चुटकी ली और सीधे अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि, “आखिर पता चल गया है कि नोटबंदी का फायदा किसको हुआ। न आरबीआई, न गरीब, न किसान. It’s the Shah-in-Shah of Demo. Jai Amit.”
सियासी गलियारों में इस खबर की चर्चा और केंद्र सरकार के उनके बचाव में उतरने के बाद अमित शाह के बेटे जय शाह ने भी अपनी तरफ से सफाई पेश की और खुद को पाक साफ बताया। उन्होंने सफाई में कहा, ‘आज एक लेख ‘The Golden Touch of Jay Amit Shah’ शीर्षक से एक लेख प्रकाशित किया गया, जिसमें झूठ दिखाने की कोशिश की गई है, मेरी प्रतिष्ठा को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है, लोगों के मन में ऐसी छवि बनाने की कोशिश की गई है कि मेरे व्यवसाय में मुझे सफलता मेरे पिता की राजनीतिक हैसियत से मिली है। मेरा व्यवसाय पूरी तरह से कानून का पालन करता है। जो मेरे टैक्स रिकार्ड और बैंक ट्रांजेक्शन से पता चलता है। किसी कॉपरेटिव बैंक से लोन नियम कानून के हिसाब से लिए गए।”
जय शाह ने आगे कहा, “मैंने लोन पर ब्याज पूरे तय समय के अंदर चेक से लौटाए हैं। मैंने लोन लेने के लिए अपने परिवार की संपत्ति को गिरवी रखा। मेरे वकील ने सारे ट्रांजेक्शन की जानकारी पत्रकारों को दे दी है। मेरे पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है।”
इस दौरान दूसरे सियासी दलों ने भी इस मामले की जांच करने की मांग के साथ ही सवाल उठाया है कि आखिर इतनी बड़ी खबर को तथाकथित बड़े न्यूज चैनल और अखबार क्यों नहीं उठा रहे हैं।
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