यूपी उपचुनाव में सभी सीटें हारने जा रही BJP, 2027 के विधानसभा चुनाव में भी उसका सफाया होगाः अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि जागरूक जनता ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के 37 सांसदों को जीताकर सपा को देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बना दिया और बीजेपी का चार सौ पार का नारा हवा हो गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की “अहंकारी राजनीति” पर नियंत्रण लग गया है।
समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को दावा किया कि राज्य में न सिर्फ आगामी उपचुनाव में बीजेपी की करारी शिकस्त होगी, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव में भी सत्तारूढ़ दल का सफाया होगा।
समाजवादी पार्टी से जारी एक बयान के अनुसार, अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय के डॉ राम मनोहर लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा, ''2027 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना तय है, क्योंकि उप चुनाव में बीजेपी सभी सीटें हारने जा रही है।''
बयान के अनुसार, अखिलेश यादव ने कहा कि जागरूक जनता ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के 37 सांसदों को जीताकर सपा को देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बना दिया और बीजेपी का चार सौ पार का नारा हवा हो गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की “अहंकारी राजनीति” पर नियंत्रण लग गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि बीजेपी ने लोकतांत्रिक व्यवस्था का चेहरा बदरंग कर दिया है, अब पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) ही एक मात्र विकल्प है जो लोगों को खुशहाल जिंदगी दे सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि पीडीए ही एक मात्र राजनीतिक विकल्प है जो बीजेपी की नकारात्मक राजनीति से छुटकारा दिला सकता है।
सपा प्रमुख ने यह भी कहा, ''उत्तर प्रदेश में 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी, यह 2024 के लोकसभा चुनाव से ही सुनिश्चित हो चुका है।'' यादव ने आरोप लगाया, “बीजेपी के डीएनए में ही है कि भूल से भी किसी का भला नहीं होने पाए।” उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से व्यापार चौपट हो गया और किसानों की आय दोगनी करने का वादा पूरा नहीं किया गया। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि अपने कार्यकाल में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन न करने वाली बीजेपी सरकार बिजली का बिल बढ़ाकर लोगों का शोषण कर रही है और शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में सिर्फ “घपला घोटाला” ही चल रहा है।
हाल के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के नौ विधायकों के सांसद चुने जाने और एक विधायक को आपराधिक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद अयोग्य ठहराए जाने के चलते रिक्त हुई सीट समेत कुल 10 सीटों पर निकट भविष्य में विधानसभा का उपचुनाव होना है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने अभी चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं किया है, लेकिन यह संकेत दिया है कि निर्धारित अवधि में ही चुनाव होंगे।
जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें 2022 के विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ बीजेपी ने तीन और उसके सहयोगी निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) ने एक सीट जीती थी। तब समाजवादी पार्टी ने पांच और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने एक सीट जीती थी। अब आरएलडी बीजेपी के साथ गठबंधन में है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia