ब्रह्मांड तक पहुंच गई स्टीफन हॉकिंग की आवाज

दुनिया को ब्लैक होल और बिग बैंग का सिद्धांत समझाने वाले ब्रिटिश भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग की आवाज अब ब्रह्मांड तक पहुंच गई। यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने उनका एक संदेश सबसे नजदीकी ब्लैक होल तक पहुंचाने का जिम्मा लिया था।

फोटो: DW
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शांति और सद्भावना को महत्वपूर्ण बताते हुए स्टीफन हॉकिंग ने अपने संदेश में बताया था कि क्यों सभी को धरती पर एक होकर रहने की जरूरत हैं। हॉकिंग की इस बात को उनकी आवाज में ब्लैक होल 1A 0620-00 के लिए ब्रॉडकास्ट किया गया। इस ब्लैक होल का 1975 में पता लगाया गया था और यह पृथ्वी से 3,500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। स्टीफन हॉकिंग की बेटी लूसी हॉकिंग ने यूरोपीय स्पेस एजेंसी के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि उनके पिता हमेशा से स्पेस में जाना चाहते थे और ब्रह्मांड के रहस्यों का पता लगाना चाहते थे। उन्होंने इसे एक अच्छा फैसला बताया है।

मोटर न्यूरॉन डिसीज से पीड़ित रहे हॉकिंग की जिंदगी का ज्यादातर हिस्सा व्हीलचेयर पर बीता, लेकिन अपनी शारीरिक अक्षमता को दरकिनार करते हुए उन्होंने अपनी सारी ताकत ब्रह्मांड के गूढ़ रहस्यों को ढूंढने में लगा दी। 14 मार्च 2018 को 76 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। उनकी अस्थियों को वेस्टमिंस्टर एबे में आइजक न्यूटन और चार्ल्स डार्विन की कब्र के नजदीक दफनाया गया है। उनके बेटे रॉबर्ट और टिम और बेटी लूसी ने वेस्टमिंस्टर एबे का धन्यवाद किया है। वहीं, हॉकिंग के सम्मान में ब्रिटिश सरकार ने गणित और भौतिकी के मेधावी छात्रों को रिसर्च फेलोशिप देने की घोषणा भी की है।

हॉकिंग की बुद्धिमत्ता के लाखों प्रशंसक तो थे ही, उनका मजाकिया अंदाज भी लोगों को भाता था। 1988 में लिखी उनकी रचना "अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम" पूरी दुनिया में पढ़ी गई और आज भी बेस्टसेलर है। उनकी मौत की खबर मिलने के बाद प्रशंसकों में भारी निराशा थी। क्वीन एलिजाबेथ से लेकर नासा ने उनके जाने पर शोक प्रकट किया।

शुक्रवार को हॉकिंग का संदेश ब्लैक होल तक पहुंचाया गया। इस कार्यक्रम में परिवार, दोस्त, रिश्तेदारों के अलावा 100 देशों से करीब 1000 प्रशंसक भी शामिल हुए। कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पूरी दुनिया से 25 हजार ऑनलाइन एप्लिकेशन आई थीं। हॉकिंग की तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से बोलने वाले 3 अन्य लोग खास मेहमान रहे।

इनमें से एक 20 वर्षीय जैसेन फेलेस ने वैज्ञानिक हॉकिंग को अपनी प्रेरणा बताते हुए कहा, "हॉकिंग की वजह से ही मैंने अपनी शारीरिक अक्षमता को हावी नहीं होने दिया और अपना बेस्ट दिया।" वहीं ऐक्ट्रेस बनने की ख्वाहिश रखने वाली 20 वर्षीय रोज ब्राउन ने बताया, "हम अगर शिद्दत से कुछ पाना चाहते हैं तो पाकर ही रहते हैं। स्टीफन हॉकिंग ने इसे साबित किया है।"

इस कार्यक्रम में आने वाले सभी प्रशंसकों और मेहमानों का स्वागत लंदन 2012 पैरालिंपिक गेम्स के वॉलंटियर्स ने किया। हॉकिंग के संदेश को ग्रीक कंपोजर वानगेलिस ने अपनी धुन से सजाया है।

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Published: 16 Jun 2018, 9:27 AM