आजादी की 75वीं सालगिरह पर मालिनी अवस्थी ने कहा- अब हम लौटने लगे हैं अपनी जड़ों की ओर
मालिनी अवस्थी ने कहा, "दूसरे विश्व युद्ध के बाद भारत आजाद हुआ। उस समय की जो भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियां थीं, वहां से आज तक की जो यात्रा है वह भले ही आज 75 साल दिखती हो, लेकिन हम लोग 10 हजार वर्ष प्राचीन देश हैं। जैसे-जैसे समय बीत रहा है हम वापस पुन: अपनी जड़ की ओर लौट रहे हैं।
प्रख्यात लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी आजादी की 75वीं सालगिरह पर खुश और आशान्वित हैं। वह कहती हैं कि अब हम अपनी जड़ों की ओर फिर से लौटने लगे हैं। भारत की संस्कृति और परंपरा दुनिया को फिर से लुभाने लगी है।
विशेष बातचीत में मालिनी अवस्थी ने कहा, "दूसरे विश्व युद्घ के बाद भारत आजाद हुआ। उस समय की जो भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियां थीं, वहां से आज तक की जो यात्रा है वह भले ही आज 75 साल दिखती हो, लेकिन हम लोग 10 हजार वर्ष प्राचीन देश हैं। जैसे-जैसे समय बीत रहा है हम वापस पुन: अपनी जड़ की ओर लौट रहे हैं। भारतीयता का सम्मान कर रहे हैं। यह शुभ संकेत है। आज की युवा पीढ़ी अपने दायित्व, भारतीयता और कर्तव्यबोध के प्रति जिम्मेदार है। नई पीढ़ी किसी विचारों की गुलाम नहीं है।"
देश की प्रगति के बारे में पूछने पर मालिनी अवस्थी ने कहा, "हमारी संस्कृति, सभ्यता और इतिहास बहुत ही प्राचीन है। इसीलिए इसके बहुत सारे आयाम हैं। इन सबको लेकर देश इतना मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है, यह बहुत बड़ी बात है। एक हाथ से अपनी परंपरा व तीज-त्यौहार को पकड़े है और दूसरे हाथ में विज्ञान और तरक्की का साथ है। यही समन्वय देश को सशक्त बना रहा है। इतना विशाल देश है और तमाम सारी विभिन्नताओं व अनेकता में एकता ही भारत की खूबसूरती रही है, जो अब तेजी से गतिमान है।"
एक अन्य सवाल के जवाब में श्रीमती अवस्थी ने कहा, " हमारे देश में बहुत शानदार लोकतंत्र है। इसकी रक्षा प्रत्येक लोगों की जिम्मेदारी है। यह नहीं कि सिर्फ नेताओं, फौजियों कुछ अधिकारियों, डाक्टरों की ही बल्कि सभी नागरिक अपने दायित्व का निर्वहन करें। राष्ट्रीयता का सम्मान करें तो देश और सशक्त होगा।"
इस 75 साल के अंतराल में महिलाओं की बदली स्थिति को लेकर पूछे गये सवाल पर मालिनी अवस्थी ने कहा कि औरतों के लिए माहौल बेहतर हुए हैं। चाहे शिक्षा को लें अथवा खेलकूद या कला का क्षेत्र, हर जगह मातृ शक्ति को बढ़ावा मिल रहा है। देश की लड़कियां हर क्षेत्र में अव्वल आ रही हैं। देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में उनका डंका बज रहा है। यह सुखद संकेत है।
देश की जानी-मानी लोक गायिका मालिनी अवस्थी अपने पेशे में काफी सक्रिय हैं। उन्हें कई स्थानीय बोलियों का ज्ञान है। भोजपुरी के अलावा अवधी और बुंदेलखंडी में भी वह गीत गाती हैं। इसके साथ ही उनकी ठुमरी और कजरी भी प्रसिद्घ है। देश में आयोजित होने वाले तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी गायकी का जलवा बिखेरती रहती हैं। सांस्कृतिक क्षेत्र में उनके योगदान के लिए वर्ष 2016 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से अलंकृत किया था।
मालिनी अवस्थी ने देश के साथ-साथ दुनिया के कई अन्य देशों में भी आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है। उन्होंने त्रिनिदाद, मरीशस, फिजी, अमेरिका, पाकिस्तान, लंदन, नीदरलैंड्स, लॉस एंजेलिस में भी अपने गायकी का जादू बिखेरे हैं। उनके पति अवनीश कुमार अवस्थी एक वरिष्ठ आईएएस अािकारी हैं। वर्तमान में वह यूपी सरकार में अपर मुख्य सचिव गृह के रूप में कार्यरत हैं। मालिनी अवस्थी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए ब्रांड एंबेस्डर भी रह चुकी हैं। पद्मश्री से पहले उन्हें यश भारती, नारी गौरव, कालीदास जैसे तमाम सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia