इंदिरा गांधी जन्मशती समारोह: एक साहसी जीवन को श्रद्धांजलि
इंदिरा गांधी ने 1971 में बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारतीय बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और देश के अंतरिक्ष और परमाणु कार्यक्रमों को गति प्रदान की।
भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्मशती समारोह के मौके पर देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 17 नवंबर को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने इंदिरा गांधी मेमोरियल की तरफ से आयोजित 'इंदिरा: एक साहसिक जीवन' प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
इस मौके पर शीला दीक्षित ने कहा कि उनका जीवन एक मिसाल है और साहस से भरपूर फैसले किए। इंदिरा गांधी की जन्मशती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट ने एक विशेष फोटोग्राफिक प्रदर्शनी का आयोजन किया है । 21 नवंबर को 1 सफदरजंग रोड पर जनता के अवलोकन के लिए खोला जाएगा, जो 31 जनवरी तक जारी रहेगी।
दीप्ति शशिधरन और प्रमोद कुमार केजी द्वारा सामूहिक रूप से तैयार की गई इस प्रदर्शनी के लिए अभिलेखागार में मौजूद कई तस्वीरों और कलाकृतियों का चयन किया गया है जिनमें से ज्यादातर को इससे पहले कभी सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित नहीं किया गया। प्रदर्शनी में एक अनुभवी राजनयिकऔर राष्ट्रीय नेता के तौर पर इंदिरा गांधी की छवियों के साथ-साथ पिता और दादा के साथ उनकी बचपन की तस्वीरें भी शामिल हैं।
यह तस्वीरें भारतीय राजनीति और विदेश मामलों से संबंधित इंदिरा गांधी के अनुभव को भी प्रदर्शित करती हैं। उनके राजनीतिक करियर में कई ऐसे घटनाक्रम शामिल रहे जिन्होंने भारतीय और वैश्विक राजनीति के कायाकल्प में योगदान दिया है।
उन्होंने 1971 में बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे 1960 के दशक में भारत में हुए हरित क्रांति में भी मददगार रहीं। उन्होंने भारतीय बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और देश के अंतरिक्ष और परमाणु कार्यक्रमों को गति प्रदान की।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और आईजीएमटी की ट्रस्टी शीला दीक्षित ने इस मौके पर कहा, "युवा पीढ़ी अभी तक इंदिरा गांधी के कार्य और जिंदगी से अच्छी तरह से वाकिफ नहीं है। यह प्रदर्शनी हमारे देश के एक महान नेता और हस्ती के प्रयासों और कार्यों को समर्पित है। श्रीमती गांधी उस समय भी प्रेरणास्रोत थीं और आगे भी प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी।"
यह विशेष फोटो प्रदर्शनी का मकसद नई पीढ़ी के भारतीयों के समक्ष इंदिरा गांधी की समृद्ध विरासत को पेश करना है।
दूसरी तरफ शास्त्रीय नृत्य और संगीत की दुनिया के दिग्गज कलाकार भी भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 100वीं जयंती पर 19 नवंबर को उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एक मंच पर जुटेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस द्वारा 'इंदिरा प्रियदर्शिनी' शीर्षक से चाणक्यपुरी के नेहरू पार्क में किया जाएगा। एक राजनेता होने के साथ-साथ इंदिरा गांधी का लगाव भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा और संगीत-नृत्य से भी था।
इस कार्यक्रम में ओडिशी नृत्यांगना अरुशी मुदगल, कथक नृत्यांगना इशानी अग्रवाल, सूफी संगीतज्ञ मीर मुख्तियार अली, सत्तरी नृत्यांगना अन्वेसा महंत, भरनाट्यम नृत्यांगना अरण्यी भार्गव, गांधर्व गायक मंडली और गांधर्व महाविद्यालय के छात्र अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस ने अपने बयान में कहा, "यह इंदिरा जी की याद में और उनके योगदान के लिए उन्हें कला और संस्कृति के जरिये श्रद्धांजलि देने का प्रयास है। इस कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत और नृत्य की दुनिया के जाने-माने युवा भारतीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।"
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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