कोलकाता निगम चुनाव में हिंसा के खिलाफ मानवाधिकार आयोग पहुंची यूथ कांग्रेस, ममता और पुलिस आयुक्त के खिलाफ दी शिकायत
कोलकाता में 19 दिसंबर को हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, लेकिन कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने टीएमसी पर बड़े पैमाने पर हिंसा का आरोप लगाया है। आरोप है कि गुंडों ने पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में कांग्रेस के कई उम्मीदवारों की पिटाई की।
कांग्रेस की युवा ईकाई ने कोलकाता नगर निगम चुनाव में हुई खुली हिंसा और पार्टी उम्मीदवारों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहुंच कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और कोलकाता के पुलिस आयुक्त के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है। यूथ कांग्रेस ने दोनों पर हिंसा करने वालों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की।
पश्चिम बंगाल में 19 दिसंबर को चुनाव हुए थे जिसमें सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, लेकिन कांग्रेस और सभी विपक्षी दलों ने टीएमसी पर बड़े पैमाने पर हिंसा करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के कई गुंडों ने पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी के कई उम्मीदवारों के साथ मारपीट की।
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अमरीश रंजन पांडेय और संगठन के लीगल सेल के राष्ट्रीय संयोजक अंबुज दीक्षित ने शुक्रवार को मानवाधिकार आयोग में दी अपनी शिकायत में कहा कि 19 दिसंबर को कोलकाता नगर निगम चुनावों के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता जब व्यापक हिंसा में संलिप्त थे और कांग्रेस उम्मीदवारों की खुलेआम पिटाई कर रहे थे तब ममता बनर्जी और पुलिस आयुक्त ने कुछ नहीं किया।
अमरीश रंजन पांडेय के अनुसार, कोलकाता के वार्ड 16 से कांग्रेस प्रत्याशी रबी साहा को टीएमसी के गुंडो द्वारा सबके सामने निर्वस्त्र कर दिया गया और उनकी पिटाई की गई। इसी तरह वार्ड 45 में कई पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पार्टी उम्मीदवारों और नेताओं को बेरहमी से पीटा गया। इतना हीं नहीं, हद तो ये कि बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का हनन होता रहा और पुलिस विभाग और प्रशासन के अधिकारी खड़े होकर सबकुछ शांति से देखते रहे। कुछ जगहों पर तो उन्होंने गुंडों की मदद भी की।
युवा कांग्रेस ने अपनी शिकायत में ममता बनर्जी और कोलकाता के पुलिस आयुक्त के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की है। अमरीश रंजन पांडे ने कहा कि जब मुख्यमंत्री के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी तभी उन लोगों को न्याय मिल पाएगा जिनकी पिटाई हुई है या जिनके हाथ-पैर तोड़ दिए गए हैं। इससे पहले यूथ कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से भी शिकायत किया था।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia