हाथरस कांड: देश भर में भारी विरोध के बीच डैमेज कंट्रोल करने में जुटी योगी सरकार, SP, DSP और इंस्पेक्टर सस्पेंड

हाथरस कांड पर देश भर में भारी विरोध के से किरकिरी होने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार डैमेज कंट्रोल करने में जुट गई है। इस कड़ी में हाथरस के एसपी, डीएसपी और एक पुलिस इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच SIT कर रही है।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

हाथरस कांड में लोकतांत्रिक विरोध को कुचलने, पीड़िता के परिवार को धमकाने, पीआर एजेंसी के जरिए सफाई देने के बाद भी चौतरफा घिरी योगी सरकार को आखिरकार कुछ कार्रवाई करते हुए दिखना पड़ रहा है। इसी के तहत हाथरस के एसपी, डीएसपी और एक इंस्पेक्टर के सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक एसआईटी भी बनाई गई है, संभवत: उसी की शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यह कार्रवाई की है।

जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह आदेश दिए हैं और कहा है कि इन सभी का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया जाए। हालांकि माना जा रहा था कि इस मामले में हाथरस के डीएम डीएम प्रवीण कुमार और एसपी विक्रांत वीर पर कार्रवाई हो सकती है। लेकिन डीएम अभी बचे हुए हैं। हाथरस के एसपी को तत्काल सस्पेंड कर उनकी जगह शामली के एसपी विनीत जयसवाल को हाथरस का नया एसपी नियुक्त किया गया है।

ध्यान रहे कि हाथरस की घटना को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। एक दिन पहले गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हाथरस जान से रोका गया और उन्हें गिरफ्तार तक किया गया। इसी तरह शुक्रवार को तृणमूल के सांसदों को रोका गया। इसके बाद शुक्रवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर कई संगठनों ने हाथरस की घटना के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन किया।

हाथरस कांड: देश भर में भारी विरोध के बीच डैमेज कंट्रोल करने में जुटी योगी सरकार, SP, DSP और इंस्पेक्टर सस्पेंड

शुक्रवार को ही योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके कहा था इस घटना में शामिल लोगों को ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। दरअसल, रात में पीड़िता का अंतिम संस्कार कराए जाने का मामला शासन के गले की हड्डी बन गई थी। जिस तरह आनन-फानन में देर रात पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया उसके बाद ही प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे थे। हाईकोर्ट ने भी इसी को लेकर नाराजगी जताई है। शासन का कोई भी अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि रात में अंतिम संस्कार किसके निर्देश पर किया गया।

हाथरस कांड बीते तीन दिन से सुर्खियों में हैं। पीड़िता की मौत के बाद लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सियासत गरमा गई है। जिस तरह से सभी विपक्षी दल एकजुट होकर योगी सरकार पर हमलावर हैं उसके बाद इस बात का पहले से अंदेशा था कि सरकार इस मामले में कार्रवाई करेगी।

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