लॉकडाउन में कत्ल, लूटपाट से लेकर तस्करी तक में शामिल हैं बंटी-बबली, पीछे-पीछे दिल्ली पुलिस
लॉकडाउन के बावजूद बदमाशों के हौसले पस्त नहीं हुए हैं, और अपराधों को अंजाम देने में महिलाएं आगे-आगे हैं। दिल्ली पुलिस ने कई अपराधी पकड़े हैं जिनमें पढ़ी-लिखी महिलाएं अपने पुरुष साथियों के साथ मिलकर अपराध अंजाम दे रही हैं। इनमें कई बंटी-बबली भी हैं।
'लॉकडाउन' की सख्ती में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपराधियों के जब हौसले पस्त पड़े तो उन्होंने, 'क्राइम' करने का तरीका बदल लिया। अब अपराधियों ने महिलाओं को आगे कर दिया और पुलिस इन शातिर दिमाग महिलाओं के पीछे-पीछे है। आपराधिक घटना कत्ल, लूटपाट, झपटमारी या मादक पदार्थ तस्करी की हो। इससे अपराधियों पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा। इनके पास हर किस्म के खतरनाक अपराध को अंजाम देने के लिए महिलाएं उपलब्ध हैं। इन आपराधिक वारदातों में हिंदुस्तानी ही नहीं, विदेशी महिला-पुरुष अपराधी भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई महिला अपराधियों में कुछ कॉन्वेंट एजूकेटिड भी हैं।
राष्ट्रीय राजधानी का बीते 15 दिन की प्रमुख आपराधिक घटनाओं का आंकड़ा इन तथ्यों की तस्दीक करता है। पहली घटना के मुताबिक, द्वारका जिले के छाबला थाना क्षेत्र में 24-25 अप्रैल 2020 की रात दिल्ली नगर निगम के एक रिटायर्ड कर्मचारी और उनकी पत्नी की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गयी। इस मामले में मरने वाले दंपत्ति की पुत्रवधू और पुत्र ही गिरफ्तार हुए। हांलांकि जेल पहुंचने के चंद घंटे बाद ही महिला वहां संदिग्ध हालातो में फंदे से झूलती मिली।
इसी तरह जहांगीरपुरी इलाके में एक शख्स ने अवैध संबंधों में बाधा बने दूसरे शख्स की हत्या का प्लान बनाया। यह काम साजिश रचने वाले पुरुष के अकेले के वश का नहीं था। लिहाजा उसने साजिश में प्रेमिका को शामिल कर लिया। प्रेमिका ने पति को रात में कत्ल करने की जगह, वक्त तय कर दिया। उसके बाद महिला ने प्रेमी की मदद से पति को कत्ल कर दिया। मामला खुला तो पुलिस ने पति-पत्नी दोनो को गिरफ्तार कर लिया।
दक्षिणी जिला पुलिस ने दो दिन पहले तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया। तीनो ही ईरानी मूल के (विदेशी) हैं। इनमें एक महिला और दो पुरुष शामिल हैं। इन तीनों ने एक गैस सिलेंडर डिलीवर करने जा रहे शख्स को लूट लिया। विदेशी महिला सहित तीनों बदमाश कार में थे। बदमाशों ने शिकार के पास महिला को भेजा। महिला जब पूछताछ के बहाने से गैस सिलेंडर डिलीवरीमैन से बात कर रही थी, तभी कार में बैठे उसके दोनो लुटेरे साथियों ने वारदात को अंजाम दे दिया।
डीसीपी दक्षिणी जिला अतुल कुमार ठाकुर के मुताबिक, "इस बाबत हौजखास थाने में पीड़ित सतीश पाठक की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। घटना चिराग दिल्ली मेट्रो स्टेशन के पास घटी थी। लुटरों/झपटमारों में एक विदेशी महिला के शामिल होने की खबर मिली थी। लुटेरों को पकड़ने के लिए सब इंस्पेक्टर महीपाल सिंह के नेतृत्व में बनी टीम ने महिला सहित तीनों झपटमार/लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया।"
डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक, इस घटना के खुलासे के बाद पुलिस तफ्तीश में पता चला कि, महिला सहित तीनों नागरिक ईरानी मूल के हैं। भारत में यह तीनों टूरिस्ट वीजा लेकर पहुंचे थे। पकड़े गये इन विदेशी झपटमारों में मियां-बीवी के अलावा एक अन्य ईरानी युवक शामिल मिला। इन विदेशी लुटेरों के कब्जे से लूट की रकम और वारदात में इस्तेमाल कार भी जब्त की गयी। यह घटना 8 मई को दिन-दहाड़े करीब ढाई बजे घटी थी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान एक दो आपराधिक घटनाओं को नहीं, वरन कई वारदातों को अंजाम दिया गया। मसलन 8 मई 2020 को दिल्ली पुलिस ने एक ऐसी महिला को पकड़ा, जो कॉवेंट एजूकेटिड और फरार्टेदार अंग्रेजी बोलने वाली है। यह महिला ऑनलाइन ड्रग रैकेट चलाती पकड़ी गयी। महिला व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये ई-सिगरेट से लेकर, डिमांड के मुताबिक बाकी तमाम मादक पदार्थ की तस्करी कर रही थी। महिला को फिलहाल पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। यह महिला खुद ही ड्रग की सप्लाई करने जाती थी। सिर्फ इसलिए कि लॉकडाउन में, सड़क पर मौजूद पुलिस उस पर जलदी शक नहीं करेगी। पता चला है कि, महिला का पति आयात-निर्यात का काम करता है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि, इस महिला ड्रग तस्कर के पीछे की चेन में कहीं कोई बड़ा बदमाश या ड्रग माफिया तो शामिल नहीं है। जो महिला को सामने करके मौत का यह काला कोरबार कर रहा हो।
इसी तरह तीन चार दिन पहले मध्य जिला डीसीपी संजय भाटिया द्वारा गठित विशेष टीम ने देशबंधु गुप्ता रोड थाना क्षेत्र में एक नवदंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया। लॉकडाउन के में दिल्ली के बंटी-बबली की यह जोड़ी तीन महीने पहले ही शादी के बंधन में बंधी थी। पति पहाड़गंज थाने के घोषित बदमाश है। पत्नी पेशेवर टैटू आर्टिस्ट है। नशाखोर पति-पत्नी दोनो हैं। नशा करते भी हैं और नशा बेचते भी हैं।
डीसीपी संजय भाटिया ने रविवार को आईएएनएस से कहा, "बदमाश का नाम अर्जुन उर्फ करण उर्फ छंगा (25) और लुटेरी पत्नी का नाम वैशाली कौशल (20)है। छंगा के खिलाफ अलग अलग थानों में 31 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन दोनो की गिरफ्तारी से लूटपाट, झपटमारी और चोरी के 6 मामले फिलहाल खुले हैं। यह दोनो बीते कुछ दिनों से सफेद रंग की स्कूटी पर सवार होकर वारदातों को अंजाम दे रहे थे।"
डीसीपी सेंट्रल दिल्ली के मुताबिक, "लॉकडाउन की इस बंटी-बबली की जोड़ी को दबोचने के लिए बनाई गयी टीम के हाथ कुछ सीसीटीवी फुटेज लगे थे। उसके बाद इनका पुलिस के पास मौजूद पुराना रिकॉर्ड (डोजियर फाइल) खंगाली गयी। तब यह दोनो हाथ चढ़े। दोनो को रेलवे कालोनी किशनगंज के पास से पकड़ा गया। अर्जुन हर वारदात को अंजाम देने के लिए स्कूटी पर साथ इसलिए रखता था ताकि, पुलिस को महिला की स्कूटी पर मौजूदगी के चलते जल्दी शक न हो। साथ ही पीछे बैठी वैशाली खुद भी वारदात को मौका मिलने पर आसानी से अंजाम दे सकती थी।"
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