कठुआ गैंगरेप के गवाह तालिब हुसैन की पुलिस रिमांड में बुरी तरह पिटाई, एक हफ्ते पहले किया गया था गिरफ्तार
सांबा पुलिस स्टेशन में पुलिस रिमांड के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता तालिब हुसैन की पिटाई पर इंदिरा जयसिंह ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि लोकतंत्र में यह कतई स्वीकार्य नहीं है।
वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि कठुआ गैंगरेप में पीड़िता की तरफ से आवाज उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता तालिब हुसैन की सांबा पुलिस स्टेशन में पुलिस रिमांड के दौरान पिटाई की गई है, जिसमें उनका सिर फट गया है और बहुत ज्यादा चोटें आईं है। उन्हें सांबा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि पिछले सप्ताह तालिब हुसैन को गिरफ्तार किया गया था।
इंदिरा जयसिंह ने इस घटना पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि लोकतंत्र में यह कतई स्वीकार्य नहीं है।
तालिब हुसैन ने कठुआ बलात्कार और हत्या मामले मे बलात्कारियों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था। तालिब ने इस आंदोलन की कमान संभाल कर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्राप्त की थी।
एक महिला की शिकायत के बाद सामाजिक कार्यकर्ता तालिब हुसैन को गिरफ्तार किया गया था। महिला ने आरोप लगाया था कि तालिब हुसैन ने उधमपुर के जंगल में उसके साथ बलात्कार किया और मारपीट भी की थी। शिकायत में कहा गया था कि महिला जब जंगल में मवेशी चराने के लिए गई थी तब हुसैन ने उसे चाकू के बल पर रोककर उसके साथ ऐसा किया।
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