छत्तीसगढ़ के जशपुर में जंगली हाथी का तांडव, हमले में चार लोगों की गई जान
जंगली हाथी ने बगीचा गांव में हमला किया और रामकेश्वर और उसकी बेटी रवीता को मार डाला। उन्होंने बताया कि हाथी के हमले के दौरान पिता-पुत्री की चीख-पुकार सुन अजय सोनी और अश्विन कुजूर वहां पहुंचे, तभी हाथी ने उन पर भी हमला कर दिया और दोनों को कुचल दिया।
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में जंगली हाथी के हमले में एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत चार लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बगीचा गांव में जंगली हाथी के हमले में रामकेश्वर सोनी (35), उसकी बेटी रवीता सोनी (नौ), भाई अजय सोनी (25) और पड़ोसी अश्विन कुजूर (28) की मौत हो गई।
अधिकारियों के मुताबिक, जंगली हाथी ने बगीचा गांव में हमला किया और रामकेश्वर और उसकी बेटी रवीता को मार डाला। उन्होंने बताया कि हाथी के हमले के दौरान पिता-पुत्री की चीख-पुकार सुन अजय सोनी और अश्विन कुजूर वहां पहुंचे, तभी हाथी ने उन पर भी हमला कर दिया और दोनों को कुचल दिया।
अधिकारियों के अनुसार, घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि प्रदान की गई, जबकि शेष मुआवजा राशि 5.75 लाख रुपये आश्वयक प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद दी जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि जशपुर में चार वन परिक्षेत्र में 38 हाथी विचरण कर रहे हैं, जिनमें से 15 हाथी अकेले घूम रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में बीते एक माह में जंगली हाथियों ने कुल नौ लोगों की जान ली है। राज्य के उत्तरी क्षेत्र के सरगुजा, जशपुर, कोरिया और कोरबा जिलों में जंगली हाथियों का आतंक जारी है। कोरबा में बृहस्पतिवार को जंगली हाथी के हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
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