हरियाणा में कांग्रेस की जीत तय, BJP चुनाव से घबराई हुई हैः दीपेंद्र हुड्डा

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने आनन-फानन में जेजेपी से गठबंधन तोड़ा, मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक को बदला, चुनाव की तारीख बदलने के लिए चुनाव आयोग को अर्जी दी। इससे साफ है कि बीजेपी चुनाव से घबराई हुई है और चुनाव टालने की साजिश कर रही है।

दीपेंद्र हुड्डा बोले- हरियाणा में कांग्रेस की जीत तय, BJP चुनाव से घबराई हुई है
दीपेंद्र हुड्डा बोले- हरियाणा में कांग्रेस की जीत तय, BJP चुनाव से घबराई हुई है
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने रविवार को 'हरियाणा मांगे हिसाब' अभियान के दौरान बीजेपी पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में कांग्रेस प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी। समालखा विधानसभा क्षेत्र में 'हरियाणा मांगे हिसाब' अभियान के दौरान उन्होंने कहा कि जनता ने बदलाव का फैसला कर लिया है। इसलिए, बीजेपी ने आनन-फानन में जेजेपी से गठबंधन तोड़ा, मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक को बदला, चुनाव की तारीख बदलने के लिए चुनाव आयोग को अर्जी दी। इससे सह साफ है कि बीजेपी चुनाव से घबराई हुई है और छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालने की साजिश कर रही है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में अपराध, बेरोजगारी और नशीले पदार्थों की तस्करी बढ़ी है। कांग्रेस बीजेपी से उनके पिछले दस सालों के कामों का हिसाब मांग रही है, लेकिन बीजेपी जवाब देने की बजाय कांग्रेस पर निशाना साध रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास न कोई मुद्दा है, न जनता को बताने लायक कोई काम या उपलब्धि है। दूसरी तरफ, कांग्रेस की जीत तय है और जनता समय आने पर जवाब देगी। इस बार उम्मीद से ज्यादा अच्छे परिणाम सामने आने वाले हैं।


टिकट वितरण को लेकर दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि टिकट बांटने की एक प्रक्रिया होती है, जिसे सभी उम्मीदवारों को पूरा करना होता है। इसके बाद शीर्ष नेतृत्व अपना अंतिम फैसला लेता है। कांग्रेस की ओर से सीएम फेस कौन होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में तय किया जाएगा कि कौन प्रदेश को मजबूत सरकार दे सकता है। इसके बाद मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा।

इससे पहले दीपेंद्र हुड्डा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था, "हरियाणा बीजेपी ने चुनाव आयोग को चुनाव टालने के लिए पत्र लिखा है, जो यह दर्शाता है कि बीजेपी चुनाव से किस कदर घबराई हुई है। अपनी हार सामने देख सत्ताधारी पार्टी द्वारा बचकाने तर्क दिये जा रहे हैं। क्योंकि उनके पास न कोई मुद्दा है, न जनता को बताने लायक कोई काम या उपलब्धि और न ही टिकट देने लायक 90 उम्मीदवार। इसलिए बीजेपी छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालने की साजिश कर रही है। हरियाणा के मतदाता बेहद जागरूक हैं। वो कहीं छुट्टी मनाने नहीं जाएंगे, बल्कि बीजेपी की छुट्टी करने के लिए भारी संख्या में मतदान केंद्र आकर वोट देंगे।"


बता दें कि हरियाणा में नई सरकार के गठन के लिए एक अक्टूबर को सभी 90 सीटों पर एक चरण में मतदान होगा। वहीं, चार अक्टूबर को चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे। चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर और नामांकन पत्रों की जांच की अंतिम तिथि 13 सितंबर है। नाम वापसी की अंतिम तिथि 16 सितंबर होगी।

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