अमेरिका हिंसा: प्रदर्शनकारियों के बीच दिखा भारत का झंडा, बीजेपी नेता वरुण गांधी ने उठाए सवाल, देखें वीडियो
ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल में तोड़फोड़ की और सीनेटरों को बाहर कर पूरी बिल्डिंग पर कब्जा कर लिया। लेकिन इस घटना के दौरान का एक ऐसा वीडियो सामाने आया जो भारत के लिए चौंका देने वाला था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में मिली हार को अब तक पचा नहीं पाए हैं। यही वजह है कि अमेरिका आज हिंसा की आग में जल रहा है। डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थकों ने वाशिंगटन कैपिटल हिल में घुसकर जबरदस्त हंगामा किया। ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल में तोड़फोड़ की और सीनेटरों को बाहर कर पूरी बिल्डिंग पर कब्जा कर लिया। लेकिन इस घटना के दौरान का एक ऐसा वीडियो सामाने आया जो भारत के लिए चौंका देने वाला था। दरअसल बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक वीडियो पोस्ट ट्वीट करते हुए प्रदर्शनकारियों के बीच भारत का झंडा देखे जाने पर सवाल खड़े किए।
वरुण गांधी ने वाशिंगटन में प्रदर्शनकारियों के बीच भारत का झंडा देखे जाने पर चिंता जताते हुए सवाल किया कि वहां भारतीय झंडा क्यों है? उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में हमें निश्चित रूप से भाग लेने की जरुरत नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'वहां भारतीय झंडा क्यों है? यह एक ऐसी लड़ाई है जिसमें हमें निश्चित रूप से भाग लेने की आवश्यकता नहीं है।' बता दें कि अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक अमेरिकी कैपिटल में घुस गए और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। इस घटना में चार लोगों की मौत हुई और कई लोग गंभीर रूप घायल भी हुए। साथ ही नए राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर मोहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया बाधित हुई।
बता दें कि इस घटना की दुनिया भर के नेताओं ने निंदा की है। अमेरिकी चयनित राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना को 'विद्रोह' बताया। बाइडन ने विलमिंगटन, डेलावेयर में कहा, "यह विरोध नहीं है, यह 'विद्रोह' है। यह असंतोष नहीं है, यह अव्यवस्था है। यह अराजकता है। यह देशद्रोह से मिलता-जुलता है।" वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों और पुलिस के बीच बुधवार को हुई हिंसक झड़प पर चिंता व्यक्त की और कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी प्रदर्शनों से बदलने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
गौरतलब है कि ट्रंप ने बाइडेन के साथ 2020 के राष्ट्रपति पद की दौड़ में अपनी हार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और वह अभी भी वोट में धोखाधड़ी के दावे कर रहे हैं। हालांकि विभिन्न स्तरों पर अमेरिकी कोर्ट ने उनके अभियान और सहयोगियों द्वारा दायर दर्जनों मुकदमों को सबूतों की कमी के कारण खारिज कर दिया है। वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में घुसकर जमकर उत्पात मचाया और हिंसा की। इस दौरान हुई गोलीबारी में एक महिला की मौत हो गई है।
ट्रंप समर्थक कांग्रेस के लोकतांत्रिक कामकाज को रोकने के लिए यहां पहुंचे थे, जो कि राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडेन और उप-राष्ट्रपति के तौर पर कमला हैरिस की जीत की पुष्टि करने के लिए प्रक्रिया कर रहे थे। यह दंगा तब शुरू हुआ, जब कांग्रेस चुनावी कॉलेज के वोटों की पुष्टि कर रही थी कि इसमें बाइडेन-हैरिस को चुना गया है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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Published: 07 Jan 2021, 2:45 PM