उत्तराखंड: तपोवन सुरंग में फंसी जिंदगियों को बचाने के लिए जंग, नॉन स्टॉप रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अब तक 26 शव बरामद
एनटीसीपी के विशेषज्ञों ने बताया है कि यह सुरंग एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी है और सुरंग के अंदर कई रास्ते हैं। सैलाब का मलबा ज्यादा से ज्यादा 150 से 200 मीटर तक अंदर गया है। इसमें से 100 मीटर तक रास्ता साफ किया जा चुका है। अब लगभग 50 मीटर की बाधा है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के बाद से जोशीमठ के तपोवन में सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है। यह रेस्क्यू ऑपरेशन एनटीपीसी के पावर प्रोजेक्ट में चल रहा है। माना जा रहा है कि इस सुरंग में अभी भी करीब 35 लोग फंसे हुए हैं। ITBP, NDRF, SDRF और उत्तराखंड पुलिस की संयुक्त टीम सुरंग में 100 मीटर अंदर तक पहुंच चुकी हैं। सुरंग में अभी भी कई टन कीचड़ भरा हुआ है।
एनटीसीपी के विशेषज्ञों ने बताया है कि यह सुरंग एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी है और सुरंग के अंदर कई रास्ते हैं। सैलाब का मलबा ज्यादा से ज्यादा 150 से 200 मीटर तक अंदर गया है। इसमें से 100 मीटर तक रास्ता साफ किया जा चुका है। अब लगभग 50 मीटर की बाधा है। बताया जा रहा है कि कई फीट तक कचरा होने की वजह से रेस्क्यू टीम सीधे कीचड़ में नहीं उतर पा रही हैं।
आईटीबीपी देहरादून, डीआईजी सेक्टर मुख्यालय, अपर्णा कुमार ने कहा कि ऑपरेशन पूरी रात किया गया और प्रगति पर है। ढेर सारे मलबे को हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि सुरंग में फंसे लोगों से हम अब तक कोई संपर्क स्थापित नहीं कर पाए हैं।
वहीं, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि तपोवन टनल में थोड़ा और आगे बढ़े हैं, अभी टनल खुली नहीं है। हमें उम्मीद है कि दोपहर तक टनल खुल जाएगी। अब तक कुल 26 शव बरामद हुए हैं।
रविवार को ग्लेशियर फटने के बाद भारी तबाही मची थी। सोमवार को 202 लापता लोगों में से 5 लोगों ने खुद अपनी मौजूदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद अब कुल लापता लोगों की संख्या 197 हो गई। इनमें से 26 लोगों के शव मिल चुके हैं। ऐसे में अभी भी 171 लोग लापता हैं, जिनकी रेस्क्यू टीमें तलाश में जुटी हुई हैं।
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Published: 09 Feb 2021, 8:49 AM