उत्तराखंड चुनाव: विकास नहीं सिर्फ हिंदू कार्ड खेल रही बीजेपी, शाह खुद ही खास 'गुरुमंत्र' देकर गए हैं कार्यकर्ताओं को
बीजेपी का प्रचार अभियान बड़े पैमाने पर अफवाहें फैलाकर चलाया जा रहा है। बीजेपी के पोर्टल से कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ऐसे चित्र प्रचारित किए गए जिस पर चुनाव आयोग ने प्रदेश बीजेपी को नोटिस भी जारी किया है।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मुस्लिम जनसंख्या न के बराबर है, फिर भी बीजेपी का अधिकांश प्रचार अभियान मुसलमानों को लेकर भय पैदा करने पर आधारित है।
उत्तराखंड आंदोलन के प्रमुख छात्र नेता रहे टिहरी गढ़वाल के बादशाही थौल में कार्यरत डॉ. एस. पी. सती कहते हैं कि यह प्रदेश हिन्दू बहुल है, फिर भी बीजेपी सांप्रदायिक एजेंडे को लेकर अभियान चला रही है जबकि यहां के मुद्दों की अनदेखी की जा रही है। वह एक सांस में कई मुद्दे गिना जाते हैं: अब भी अस्पतालों में डॉक्टर और स्कूलों में मास्टर नहीं हैं। सुअर और बंदर खेती-बाड़ी होने नहीं दे रहे। फरवरी में बाढ़ आ रही है। आपदाओं के कारण जनजीवन असुरक्षित हो गया है। पलायन के कारण गांव खाली हो गए है। महंगाई और बेरोजगारी ने पहाड़ियों का जीवन दुश्वार कर दिया है। अब 2026 में फिर परिसीमन होने वाला है जिससे पहाड़ की विधानसभा सीटें और घट जाएंगी। भूमि कानून से छेड़छाड़ कर पहाड़वासियों की जमीनें जमीनखोर नेता और प्रॉपर्टी डीलर हड़प रहे हैं। बीजेपी ने पिछली बार 100 दिन के अंदर लोकायुक्त का गठन करने का वायदा किया था जो पूरा नहीं हुआ।
बीजेपी का प्रचार अभियान सुनियोजित ढंग से बड़े पैमाने पर अफवाहें फैलाकर चलाया जा रहा है। बीजेपी के ऑफिशियल पोर्टल से कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ऐसे चित्र छेड़छाड़ कर दाढ़ी लगाकर प्रचारित किए गए कि वह प्रदेश में मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्थापित करना चाहते हैं। यह झूठा संदेश लाखों मोबाइल फोन पर डाले गए। इस पर निर्वाचन आयोग ने सख्त ऐतराज कर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को नोटिस भी जारी किया है। जबकि सच्चाई यह है कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी का उल्लेख न तो कांग्रेस के घोषणा पत्र में है और न ही किसी जिम्मेदार नेता ने यह बात कही है। ध्यान रहे कि एक बार स्वयं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देहरादून में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ‘कुछ हंसाने वाले और कुछ डराने वाले’ पोस्ट शेयर करने का गुरुमंत्र दिया था।
वैसे, चमोली जिले के पोखरी विकास खंड पाटी-जखमाला के प्रधान प्रेम सिंह नेगी का कहना है कि लोगों को पता चल गया है कि हरीश रावत की मौलाना जैसी तस्वीर फर्जीवाड़ा है। कुमाऊं मंडल के गंगोलीहाट के भगवान सिंह गंगोला का कहना है कि हरीश रावत के खिलाफ जितना भी फर्जी अभियान चलाया जाएगा, उससे हरीश उतने ही लोकप्रिय होंगे। गंगोला के अनुसार, यह भी लगता है कि बीजेपी को अपनी हार निश्चित लग रही है इसीलिए वह ऐसे हथकंडे अपना रही है।
सत्तारूढ़ बीजेपी भले ही मुद्दों से कन्नी काट रही हो, लोग उसे ऐसा नहीं करने दे रहे। किसी से भी पूछो, तो वह कई कठिनाइयों की बातें करता है। चमोली जिले के पोखरी विकास खंड की प्रमुख श्रीमती प्रीति भंडारी कहती हैं कि उनके विकास खंड के सुदूर नैल-नौली क्षेत्र में गैस सिलेंडर कभी-कभी 1,200 रुपये तक का पड़ता है। सरसों तेल की 750 एमएल की बोतल लगभग 200 रुपये में बिक रही है। महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ ही दी है, लोगों के पास रोजगार नहीं हैं। लगभग यही राय गुड़म के पूर्व प्रधान जीत सिंह नेगी की है जो महंगाई-बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के साथ ही भू-कानून से छेड़छाड़ को लेकर मतदान करने की बात करते हैं। कपकोट विधानसभा क्षेत्र के मजेड़ा गांव के प्रधान मनोज कुमार के अनुसार, पांच साल से मजेड़ा-छिपछिया- धर्मगढ़ सड़क लटकी पड़ी है लेकिन सरकार ने इस ओर ही ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस के प्रतिज्ञा-पत्र के ठीक एक सप्ताह बाद बीजेपी ने 9 फरवरी को अपना दृष्टिपत्र जारी किया। मगर इसमें लोकायुक्त, स्थायी राजधानी, पलायन और लोगों को महंगाई-बेरोजगारी से निजात दिलाने जैसे मुद्दे तो गायब हैं, मगर लव जेहाद और हरिद्वार को योग राजधानी बनाने-जैसे मुद्दे अवश्य शामिल हैं। गैरसैण को राजधानी बनाने पर भी पार्टी खामोश रह गई। हालांकि सख्त भू-कानून बनाने की बात कही गई है, मगर स्थानीय लोगों की कृषि भूमि को जमीनखोर नेताओं और बाहरी भू-माफियाओं से बचाने के लिए नहीं बल्कि अवैध कब्जे रोकने के लिए।
फिर भी, बीजेपी समर्थक अपनी पार्टी की जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त हैं। चमोली जिले की सेम सांकरी ग्राम सभा के प्रधान आनंद सिंह भंडारी उलटे कांग्रेस पर ही मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहते हैं कि बीजेपी के शासन में हिन्दू जनमानस का आत्मगौरव बढ़ा है। डबल इंजन की सरकार के कार्यकाल में उत्तराखंड में 1 लाख करोड़ के विकास कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कराए हैं।
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