उत्तर प्रदेश: महिलाएं पेड़ों को बांध रहीं राखी, ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में दे रहीं खास संदेश

एक महिला शमा जैदी ने कहा कि आज पेड़ों को संरक्षित रहने के लिए जो बीड़ा हमारे ग्रुप की सदस्यों ने उठाया है उसे सभी को अपनाना चाहिए ताकि हम पेड़ों को संरक्षित कर सकें।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

रक्षाबंधन का पर्व भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है लेकिन ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में शाहजहांपुर में महिलाएं पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़-पौधों को अपना भाई मानकर उन्हें राखी बांधते हुए इस रिश्ते को एक नया आयाम दे रही हैं।

वैसे तो रक्षाबंधन का पर्व सोमवार 19 अगस्त को है लेकिन शाहजहांपुर शहर की अनेक महिलाएं बृहस्पतिवार से ही वृक्षों के तने और टहनियों पर राखी बांध रही हैं। वे उन्हें तिलक लगाने के साथ-साथ मिष्ठान के तौर पर उनके पोषण के लिए प्राकृतिक खाद अर्पित करते हुए पेड़ों के दीर्घायु होने की कामना कर रही हैं।

यह प्रेरणादायक मुहिम चला रही महिलाओं में से ज्यादातर शहर के संभ्रांत लोगों के व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ी हैं। 'वीआईपी' नामक ग्रुप में शामिल लोगों की एक समिति भी है। समिति की अध्यक्ष नीतू गुप्ता ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि क्योंकि रक्षाबंधन भाई बहन द्वारा एक दूसरे का ख्याल रखने की बेहद पवित्र भावना का प्रतीक है इसलिए उसे पेड़-पौधों के संरक्षण से जोड़ने का विचार बनाया गया ताकि पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए लोग और भी ज्यादा प्रेरित हों।

उन्होंने कहा, "हमने अपनी साथी महिलाओं से पेड़ों को राखी बंधवाने का निर्णय लिया। पिछले बृहस्पतिवार से हमारे ग्रुप की सदस्य पेड़ों को राखी बांध रही हैं और उनका तिलक करके मिष्ठान के तौर पर उनकी जड़ में प्राकृतिक खाद डालकर पानी दे रही हैं।"


गुप्ता ने कहा, "जलवायु परिवर्तन के गहराते संकट को देखते हुए हमने सोचा कि पर्यावरण संरक्षण का सबसे अच्छा तरीका बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना ही है इसके लिए मिशन मोड में काम किया गया और इस साल एक लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य है।"

ग्रुप की सदस्य शमा जैदी ने कहा कि आज पेड़ों को संरक्षित रहने के लिए जो बीड़ा हमारे ग्रुप की सदस्यों ने उठाया है उसे सभी को अपनाना चाहिए ताकि हम पेड़ों को संरक्षित कर सकें। उन्होंने बताया कि व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ी महिलाएं अब तक लगभग 1000 पेड़ों को राखी बांध चुकी हैं और सोमवार को रक्षाबंधन के दिन अपने घरों में पर्व मनाने के बाद ग्रुप की सदस्य पेड़ों की रक्षा करने वाले (केयरटेकर) को राखी बांधने के अलावा उन्हें उपहार में वस्त्र तथा मिठाई देंगी।

शर्मा ने बताया कि ग्रुप द्वारा शहर की विभिन्न कॉलोनियों के लगभग 25 पार्कों तथा शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों, सरकारी कार्यालयों, विद्यालयों एवं कब्रिस्तान तथा श्मशान घाटों पर प्रमुख रूप से वृक्षारोपण किया जा चुका है।

रक्षाबंधन पर पेड़ पौधों के संरक्षण के लिए उन्हें राखी बांध रही महिलाओं के व्हाट्सऐप ग्रुप के ‘एडमिन’ अभिनय कुमार गुप्ता ने 2015 में शहर की महिला पुरुषों को जोड़कर एक ग्रुप बनाया था। इस ग्रुप में चिकित्सक, अध्यापक और कई उद्योगपति जुड़े हैं। प्रतिवर्ष यह ग्रुप शहर को हरा भरा बनाने के लिए पेड़ लगा रहा है। उन्होंने बताया कि 200 सदस्यों वाले व्हाट्सऐप ग्रुप में करीब 70 महिलाएं हैं।

नगर आयुक्त डॉक्टर विपिन कुमार मिश्रा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों को राखी बांधने कि इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इसे जन आंदोलन बनाने की जरूरत है।

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