उत्तर प्रदेशः मोदी-योगी विरोधी बयानों के लिए चर्चित संत युवराज गिरफ्तार, आपत्तिजनक ऑडियो वायरल होने का मामला
उत्तर प्रदेश की सहारनपुर पुलिस ने एक वायरल ऑडियो के मामले में पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ बयानों के लिए चर्चित हिंदू सेना के अध्यक्ष संत युवराज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। संत युवराज सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे थे।
पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ तीखे बयानों के लिए चर्चित हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत युवराज को सहारनपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उन्हें उनके मथुरा जनपद के रंनहरा गांव स्थित घर से गिरफ्तार किया गया है। सहारनपुर के एक डीएसपी यतेंद्र नागर की अगुवाई में पुलिस की एक टीम मथुरा गई थी, जहां से गिरफ्तारी के बाद संत युवराज को सहारनपुर लाया गया।
जानकारी के अनुसार यह गिरफ्तारी 25 अप्रैल को हुई है। गिरफ्तारी से पहले ही मथुरा जनपद की शेरगढ़ पुलिस ने उनकी निगरानी करनी शुरू कर दी थी। शेरगढ़ थाना प्रभारी प्रदीप कुमार के अनुसार उन्हें सहारनपुर पुलिस ने संत युवराज के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने की जानकारी दी थी, जिसके बाद उनकी टीम आई और उन्हें गिरफ्तार करके ले गई।
पीएम मोदी और सीएम योगी विरोधी बयानों के लिए चर्चित संत युवराज के खिलाफ सहारनपुर के नकुड़ थाने में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। नकुड़ थानाध्यक्ष सुशील सैनी के मुताबिक उनके थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति से संत युवराज ने आपत्तिजनक बातचीत की थी, जिसका ऑडियो वायरल हो गया था। यह ऑडियो अत्यंत आपत्तिजनक है, जिसमें मुस्लिम समाज को गुमराह किया जा रहा था।
जानकारी के अनुसार इस ऑडियो में संत युवराज किसी व्यक्ति से बात करते हुए कह रहे हैं कि कोरोना वायरस का बहाना बनाकर केंद्र और राज्य की मुस्लिम विरोधी सरकार मुसलमानों को योजनाबद्ध तरीक़े से टारगेट कर रही है और उनके खिलाफ साजिश कर रही है। इसके बाद यह ऑडियो खासकर मुसलमानों में बड़े पैमाने पर वायरल होने लगा। मुरादाबाद में पुलिस पर पथराव की जांच में भी इसी तरह की अफवाहों की जानकारी प्रशासन को मिली थी।
सहारनपुर के एसपी सिटी विनीत भटनागर के मुताबिक सहारनपुर पुलिस ने हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर नफ़रत फैलाने वालों के विरूद्ध निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई की है। पिछले एक सप्ताह में पुलिस ने चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की है। वायरल ऑडियो का मामला सामने आने केस बाद 23 अप्रैल को नकुड़ थाने में पुलिस ने यह मामला दर्ज किया था और उसके बाद से गिरफ्तारी की तैयारी में जुट गई थी।
बता दें कि संत युवराज उर्फ युवराज शर्मा हिन्दू सेना नाम का एक संगठन चलाते हैं और सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शनों में भी वो बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे थे। संत युवराज कई तरह के विवादित बयानों खासकर मोदी-योगी विरोधी बयानों के लिए जाने जाते हैं। एक बार उन्होंने कहा था कि पुलवामा हमले के लिए मोदी और शाह की जोड़ी जिम्मेदार है। जांच होने पर अगर यह सत्य नहीं निकलता है तो वो फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हैं। अक्सर वो अपने भाषणों में दंगो के लिए भी इन्हें ही जिम्मेदार ठहराते रहते हैं।
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