सुरक्षा में चूक पर लोकसभा में हंगामा जारी, जवाब देने के बजाय 15 सांसदों को पूरे सत्र के लिए किया गया सस्पेंड
संसद से जिन 15 सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें से 9 कांग्रेस, 2 सीपीएम, 2 डीएमके और एक सीपीआई के सांसद हैं। कांग्रेस के जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी ईडेन, एस ज्योतिमणि, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस का नाम शामिल है।
एक दिन पहले लोकसभा की सुरक्षा में चूक के मामले पर पीएम मोदी और गृह मंत्री के बयान की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों का संसद के अंदर और बाहर हंगामा आज भी जारी रहा। लेकिन सरकार की ओर से जवाब के बजाय 15 सांसदों को ही पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
आज दोपहर दो बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने सदन में हंगामे के मामले में बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ एक्शन की मांग को लेकर फिर से हंगामा और नारेबाजी करना शुरू कर दिया। इस पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों को सदन से सस्पेंड करने का प्रस्ताव सदन के अंदर रखा, जिसे सदन द्वारा स्वीकार करने के बाद कुल 15 सांसदों को शीतकालीन सत्र की बची हुई अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
संसद से जिन 15 सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें से 9 कांग्रेस, 2 सीपीएम, 2 डीएमके और एक सीपीआई के सांसद हैं। कांग्रेस के जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी ईडेन, एस ज्योतिमणि, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस का नाम शामिल है।इसके बाद सदन की कार्यवाही को दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन दोबारा शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा जारी है।
इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को भी सत्र के बचे हुए दिनों के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है। इस पर टीएमसी ने कहा है कि जवाबदेही से बचना बीजेपी का सबसे मजबूत पक्ष है। इससे पहले प्रल्हाद जोशी ने कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं लोकसभा में पहले भी हुई हैं और इस बार की घटना के बाद स्पीकर द्वारा बुलाई गई बैठक में आए सुझावों के आधार पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई कदम पहले ही उठा लिए गए हैं। आज भी स्पीकर ने इसकी समीक्षा की है।
बता दें कि बुधवार को संसद में हुई घटना को लेकर गुरुवार को इंडिया गठबंधन के दलों की बैठक हुई थी, जिसमें उन्होंने मांग की है कि संसद में हुई बेहद गंभीर और खतरनाक सुरक्षा चूक पर दोनों सदनों में गृह मंत्री विस्तृत बयान दें और उसके बाद इसपर चर्चा हो। इसके साथ ही घुसपैठ करने वालों को विजिटर पास दिलवाने वाले बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई हो। लेकिन मोदी सरकार द्वारा इन उचित मांगों को मानने से इंकार करने के कारण आज सुबह से सदन में हंगामा जारी है।
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