यूपी उपचुनाव: बीजेपी, कांग्रेस और सपा ने किया उम्मीदवारों के नामों के ऐलान, कांटे की टक्कर की उम्मीद
दोनों ही सीटों पर उपचुनाव 11 मार्च को होंगे और 14 मार्च को परिणाम आएंगे। 20 फरवरी तक इन सीटों के लिए नामांकन होगा। शुरूआत में सपा और कांग्रेस में गठबंधन की उम्मीदें लगाई जा रही थीं।
उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस और समजावादी पार्टी ने को अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी है, अब बीजेपी ने भी अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। गोरखपुर और फूलपुर की संसदीय सीटें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थीं।
गोरखपुर से बीजेपी ने उपेन्द्र शुक्ला को उतारा है, जबकि निषाद पार्टी के इंजीनियर प्रवीण कुमार निषाद सपा के चुनाव चिन्ह पर वहां से चुनाव लड़ेंगे। समाजवादी पार्टी ने इस उपचुनाव में निषाद पार्टी और पीस पार्टी के साथ गठबंधन किया है। वहीं कांग्रेस की तरफ से डॉक्टर सुरहिता करीम को उम्मीदवार बनाया गया है। फूलपुर में बीजेपी से कौशलेन्द्र पटेल, सपा से नागेन्द्र प्रताप सिंह पटेल और कांग्रेस से मनीष मिश्रा मैदान में होंगे।
इस उपचुनाव में बीजेपी जहां अपनी सीटें बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है, वहीं विपक्षी दल भी इस उपचुनाव को जीतकर 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं। छोटे दल भी अपनी मौजूदगी से बड़ों का खेल बिगाड़ने की तैयारी में हैं। खबर है कि छोटे दलों के कुछ अन्य उम्मीदवारों ने भी इन सीटों से नामांकन किया है।
कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली पसंद योगी कमलनाथ थे, लेकिन संगठन ने इसे नहीं माना। पूर्वांचल में कलराज मिश्रा के राजनीतिक संन्यास लेने की संभावना के बीच ब्राहमणों के बीच अपनी पैठ बनाए रखने की रणनीति के तहत ऐसा किया गया है। उपेन्द्र दत्त शुक्ला गोरखपुर बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष भी हैं।
दोनों ही सीटों पर उपचुनाव 11 मार्च को होंगे और 14 मार्च को परिणाम आएंगे। 20 फरवरी तक इन सीटों के लिए नामांकन होगा। जाहिर है कि उसके बाद ही सभी दलों के उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो जायेगी। शुरूआत में सपा और कांग्रेस में गठबंधन की उम्मीदें लगाई जा रही थीं। उपचुनाव में बसपा ने मैदान में न आने के संकेत दिये हैं।
गोरखपुर में पीस पार्टी और निर्बल शोषित हमारा दल (निषाद) के साथ आने से सपा की स्थिति मजबूत है। पीस पार्टी की मुसलमानों और दलितों में और निषाद की मल्लाह बिरादरी पर काफी पकड़ है। प्रवीण कुमार निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे हैं। कांग्रेस उम्मीदवार स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुरहिता करीम 2012 में गोरखपुर के मेयर का चुनाव लड़ चुकी है और यूपी कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता हैं।
फूलपुर से बीजेपी उम्मीदवार कौशलेन्द्र पटेल वाराणसी के मेयर रह चुके हैं। फूलपुर से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष मिश्रा इलाहाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके पूर्व कांग्रेस नेता और नेहरू ग्राम भारती डीम्ड विश्वविद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय जेएन मिश्र के बेटे हैं और वे खुद भी इससे कांग्रेस के टिकट पर फूलपुर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राजस्थान में हुए उपचुनाव में पार्टी की जीत से कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद हैं। पार्टी कार्यकर्ता राजस्थान जैसा करिश्मा प्रदेश में दोहराने का दावा कर रहे हैं।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
- bjp
- Congress
- Uttar Pradesh
- Gorakhpur
- बीजेपी
- उत्तर प्रदेश
- गोरखपुर
- लोकसभा उपचुनाव
- Lok Sabha By-election
- CM Yogi Adityanath
- सीएम योगी आदित्यानाथ
- उपेंद्र शुक्ला
- फूलपुर
- कौशलेंद्र सिंह पटेल
- Phoolpur