यूपी चुनाव: स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमला, एक दर्जन गाड़ियों के शीशे टूटे, BJP पर आरोप
भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी (एसपी) में आए उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमला हुआ है। खबरों के मुताबिक घटना खलवा पट्टी गांव में हुई है।
भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी (एसपी) में आए उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमला हुआ है। खबरों के मुताबिक घटना खलवा पट्टी गांव में हुई है। घटना के वक्त मौर्य का काफिला चुनाव प्रचार करने निकला था। घटना में करीब एक दर्जन गाड़ियों के शीशे टूटने की खबर है।
बता दें कि बीजेपी से सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्या फाजिलनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा के सुरेंद्र कुशवाहा से है। घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर जानबूझकर जानलेवा हमला किया। सपा कार्यकर्ताओं ने गोड़रिया बाजार में सड़क जाम किया।
घटना को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, ''निर्वाचन अधिकारी के द्वारा निर्धारित रूट मार्ग से समाजवादी पार्टी का चुनावी रोड शो हो रहा था। जिसमें एक सुनियोजित साजिश के तहत भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने लाठी, डंडा, हथियार और पत्थर की गिट्टी से व्यवस्थित होकर सामूहिक रूप से हमला किया। जिसमें मेरी गाड़ी भी बुरी तरह टूट गई है। मेरे ड्राइवर का कान फट गया है। सैकड़ों कार्यकर्ताओं को बुरी तरह से दौड़ा-दौड़ा कर मारा है।" हालांकि मौर्या हमले के वक्त अपनी गाड़ी में नहीं थे, वो किसी और गाड़ी में बैठे थे। उनकी गाड़ी आगे निकल गई थी।
स्वामी ने आगे कहा, "स्वाभाविक रूप से वो हमला हमारे ऊपर ही जानकर किया गया। लेकिन आज सुरक्षा के लिहाज से आज मैं अपनी गाड़ी में न बैठकर एक दूसरी गाड़ी में बैठा था।"
उन्होंने कहा, ''मेरी गाड़ी का नंबर जगजाहिर है, इसीलिए मेरी गाड़ी पर हमला किया गया। हम समझते हैं कि इस प्रकार का कृत्य बीजेपी सरकार के संरक्षण में हो रहा है। मैं इसकी घोर निंदा करता हूं।''
भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य, जो स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं, अपने पिता के समर्थन में सामने आईं और कहा, "भाजपा शांति, दंगा मुक्त राज्य की बात करती है, लेकिन भाजपा उम्मीदवार ने मेरे पिता पर हमला किया, जो चमत्कारिक रूप से बच गए। मैं अपील करता हूं कि फाजिलनगर के लोग मेरे पिता को वोट देकर अपना समर्थन दिखाएं। जनता 3 मार्च को भाजपा को सबक सिखाएगी।"
यह पहली बार है, जब संघमित्रा ने अपने पिता की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
उन्होंने आगे कहा, "मेरे पिता यह दावा नहीं कर रहे हैं कि उन पर हमला किया गया। यह सड़क पर दिखाई देता है। कारें कैसे टूट जाती हैं? लोगों के सिर से कितना खून बह रहा है। लोगों के पैर कैसे टूट गए। मेरे पिता कैसे घायल हो गए?"
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 01 Mar 2022, 8:52 PM