सोनभद्र नरसंहार: पीड़ितों के लिए हुआ मुआवजे का ऐलान, प्रियंका बोलीं- कांग्रेस की हुंकार के बाद जागी योगी सरकार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैंने मृतकों के परिजनों के लिए 18.5 लाख और घायलों के लिए 2.5 लाख रुपये के मुआवजा देने का आदेश दिया है। एसी / एसटी प्रावधानों के तहत सीएम राहत कोष से यह मुआवजा दिया जाएगा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा ‘सोनभद्र नरसंहार’ का मद्दा जोरदार तरीक से उठाए जाने के बाद राज्य की योगी सरकार की नींत टूटी है। सरकार ने पीड़ितों की सुध ली है। रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। सीएम योगी ने कहा, “इस मामले में जिम्मेदार पुलिस कर्मियों को निलंबित करने का आदेश दे दिया गया है। आज मैंने मृतकों के परिजनों के लिए 18.5 लाख और घायलों के लिए 2.5 लाख रुपये के मुआवजा देने का आदेश दिया है। एसी / एसटी प्रावधानों के तहत सीएम राहत कोष से यह मुआवजा दिया जाएगा।”
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा ‘सोनभद्र नरसंहार’ मामले में मुआवजे के ऐलान के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, “उम्भा गांव के पीड़ितों की आवाज का जब कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं, न्यायपसंद लोगों ने साथ दिया तब उत्तर प्रदेश सरकार को भी लगा कि कोई गम्भीर घटना घटी है। आज जो घोषणाएं की गईं हैं, उनपर जल्द अमल हो। आदिवासियों को जमीन का मालिकाना हक मिले और सबसे जरूरी कि गांव के लोगों को पूरी सुरक्षा हो।”
गौरतलब है कि 17 जुलाई को गुर्जर समुदाय के लोगों ने गोंड आदिवासियों पर जमीन के कब्जे को लेकर हमला कर दिया था। गांव के प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर ने एक बड़ी जमीन खरीदी थी, लेकिन इस पर पीढ़ियों से आदिवासी खेती कर रहे थे। प्रधान 200 से ज्यादा लोगों को लेकर इसी जमीन पर कब्जा करने के लिए आया था। इस दौरान प्रधान के लोगों ने आदिवासियों पर बंदूक, डंडा, गंडासे और दूसरे हथियारों से हमला कर दिया, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं 24 से ज्यादा घायल हो गए।
‘सोनभद्र नरसंहार’ के बाद शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोनभद्र में मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंची थीं। अस्पताल में घायलों से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस महासचिव उम्भा गांव में मृतकों के परिजनों से मिलने जा रही थीं, इसी दौरान उन्हें रास्ते में पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इसके बाद पुलिस उन्हें चुनार गेस्ट हाउस ले गई थी। पीड़ितों से मिलने की मांग करते हुए चुनार गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी धरने पर बैठ गई थीं। शुक्रवार की रात उन्होंने भषण गर्मी में गेस्ट हाउस में धरने पर गुजारी। 24 घंटे बाद पीड़ितों ने चुनार गेस्ट हाउस के बाहर प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने अपना धरना खत्म किया था।
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