गुजरात: हिंसा के डर से यूपी-बिहार के लोगों का पलायन जारी, विपक्ष ने पीएम मोदी से पूछा - हमले पर चुप क्यों?
गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले को लेकर गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि जो भी लोग रोजगार के लिए दूसरे राज्यों से गुजरात आते हैं उन्हें हम सुरक्षा उपलब्ध कराएं।
गुजरात के सांबरकांठा में 14 महीने की बच्ची से रेप के बाद 6 जिलों में हालात बिगड़ गए है। गुजरात में उत्तर भारतीयों के खिलाफ हिंसा का माहौल बन गया है और कई हिस्सों में उत्तर भारतीयों पर लगातार हमले हो रहे हैं। हमले के डर से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग गुजरात से लगातार पलायन कर रहे हैं। आज भी पलायन का सिलसिला जारी है। वहीं इस घटना को लेकर गुजरात के गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने लोगों आश्वसान देते हुए कहा कि लोग डरें नहीं।
उन्होंने कहा, “पिछले 4-5 दिनों में यूपी और बिहार के लोगों पर हमले की खबरें सामने आई हैं। हमने इन हमलों में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। पिछले 24 घंटों में 35 एफआईआर दर्ज की गई है। हमलों में कमी आई है। हमने लोगों से अपील करते हैं कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है, हम उपयुक्त कार्रवाई कर रहे हैं। रोजगार के लिए अन्य राज्यों से गुजरात आए लोगों को सुरक्षा मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है। हम केंद्र सरकार के संपर्क में है। हर घटना के संबंध में हमने केंद्र को रिपोर्ट सौंप दी है। आईटी एक्ट के तहत तीन केस भी दर्ज किए गए हैं।”
बता दें कि गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 महीने की बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आने के बाद गुजरात में गैर गुजरातियों पर हमले तेज हो गए हैं। खासकर यूपी-बिहार के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। इस मामले में अब तक 42 केस दर्ज हो चुके हैं तो वहीं 342 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इससे पहले नीतीश कुमार ने गुजरात के सीएम विजय रुपाणी से बात कर गैर गुजरातियों और बिहार के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। नीतीश कुमार ने कहा, “मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की है और हम उनके संपर्क में है। वो खुद पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं। जो लोग रेप जैसे अपराध में शामिल थे उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए लेकिन निर्दोष लोगों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।”
उत्तर भारतीयों पर हमले को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “ पीएम के गृहराज्य (गुजरात) में अगर यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों को मार-मार के भगाया जाएगा तो एक दिन पीएम मोदी को भी वाराणसी जाना है, यह याद रखना। वाराणसी के लोगों ने पीएम को गले लगाया और प्रधानमंत्री बनाया था।”
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने गुजरात में हिंदी भाषी लोगों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि बेकसूर लोगों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर यह किसी क्षेत्र में शुरू होता है, तो यह दूसरे क्षेत्र में भी होगा, मुंबई एक उदाहरण है। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर किसी ने जुर्म किया है तो उसके खिलाफ कानून अपना काम करेगा।
वहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने पूछा, “गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले को लेकर देश के प्रधानमंत्री कब बोलेंगे? पीएम मोदी ने कहा था की बिहार और उत्तरप्रदेश से तो मेरा पुराना रिश्ता है। गुजरात की सभी श्रम फैक्टरी में उत्तर भारतीय लोग काम करते हैं। आज सभी फैक्टरी बंद हैं। उत्तर भारत का महत्व कितना है आज समझ आया।”
पलायन के सवाल पर गुजरात के डीजीपी शिवानंद झा ने कहा कल कहा था कि लोग त्योहार मनाने घर जा रहे हैं। इसे पलायन कहना ठीक नहीं। गैर गुजरातियों की आबादी वाले इलाकों में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया।
बता दें कि 28 सितंबर को गुजरात के साबरकांठा में एक 14 महीने की बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार का मुख्य आरोपी बिहार का रहने वाला है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन गुजरात में एक समुदाय ने राज्य में रेप और अपराध के लिए उत्तर भारतीयों को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ हिंसा पर उतर आए।
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