यूपीः आगरा से अगवा बस इटावा में खाली मिली, पुलिस ने सभी यात्रियों के सुरक्षित होने का किया दावा
आगरा से मंगलवार देर रात हाइजैक बस को इटावा में बराबद किया गया है। पुलिस का दावा है कि उसमें बैठे सभी यात्री सुरक्षित हैं और मध्यप्रदेश में अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं। किसी के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। घटना को अंजाम देने वालों की पहचान की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के आगरा में करीब 15 घंटे की सनसनी फैलाने के बाद आखिरकार अगवा बस को खाली हालत में इटावा में बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और मध्य प्रदेश के थाना नौगांव पहुंचे हैं। किसी के साथ किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। इटावा पुलिस अधीक्षक अकाश तोमर ने बताया कि आगरा से अगवा हुई बस इटावा के बलरइ थाना क्षेत्र के लखेरे कुआं पर ढाबे पर खड़ी मिली है। इसे एक व्यक्ति लाया था। उन्होंने कहा, "इस मामले में हम आगरा पुलिस के साथ सहयोग से काम कर रहे हैं।"
आगरा के एएसपी रवि कुमार ने बताया कि मंगलवार रात आगरा के न्यू दक्षिण बाइपास से हाइजैक बस को इटावा में बराबद कर लिया गया है। उसमें बैठे सभी यात्री सुरक्षित हैं। वे अपने गंतव्य को जा रहे हैं। किसी के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। हाईजैक होने के बाद बस से यात्री दूसरी बस में चले गए थे। सभी यात्रियों को छतरपुर के नौगांव थाने में रुकवा लिया गया और उनसे बात की गई। सभी सुरक्षित हैं, किसी के साथ कोई घटना नहीं हुई है। इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी की पहचान की जा रही है।
गौरतलब है कि आगरा के मलपुरा के न्यू दक्षिणी बाईपास स्थित रायभा टोल प्लाजा के पास से 34 यात्रियों को लेकर गुरुग्राम से मध्यप्रदेश के पन्ना जा रही बस को बुधवार सुबह हाईजैक कर लिया गया था। बस चालक के अनुसार, गाड़ी सवार कुछ लोगों ने बस का पीछा करके रुकवाया। उन्होंने खुद को फाइनेंस कर्मी बताया और बस को रोकने के बाद उसे अपने कब्जे में ले लिया।
इसके बाद वे बस को लेकर आगे बढ़ गए। रास्ते में एक ढाबे पर बस को रोका और सभी यात्रियों के पैसे वापस करवाए। खाना भी खिलाया। इसके बाद उन्होंने एतमादपुर क्षेत्र में चालक और खलासी को उतार दिया। बस चालक ने मलपुरा थाने आकर पुलिस को घटना की सूचना दी। घटना की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने कहा कि उनकी टीम ने बस में मौजूद सवारियों से बात की है। उन्होंने बताया, "रात सवा दो बजे इस बस ने जैसे ही इटावा टोल क्रॉस किया, पीछे से आए कुछ लोगों ने उसे रोक लिया। उन्होंने यात्रियों से खुद को फाइनेंस कर्मी बताया। उन्होंने बस और परिचालक को खाना खिलाया। दोनों को 300-300 रुपये भी दिए, फिर उन्हें छोड़ दिया। इसके बाद वे यात्रियों को गंतव्य तक छोड़ देने की बात कहते हुए बस अपने साथ ले गए। बस मालिक का मंगलवार को ही देहांत हुआ था। वह किस्त नहीं दे पा रहा था।"
प्रदेश से लेकर दिल्ली तक हंगामा मचा देने वाली इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग से रिपोर्ट तलब की है। सरकार और पुलिस ने दावा किया है कि 34 यात्रियों से भरी बस को अगवा करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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