उन्नाव रेप कांड: आखिरकार 2 साल बाद कुलदीप सिंह सेंगर पर जागा प्रशासन, सभी हथियारों के लाइसेंस निरस्त
उन्नाव रेप केस के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के शस्त्र लाइसेंस 15 महीने बाद शुक्रवार को मैजिस्ट्रेट कोर्ट में सुनवाई के बाद निरस्त कर दिएगए। इनमें एक बंदूक, एक राइफल और रिवाल्वर शामिल हैं।
उन्नाव रेप कांड के आरोपी और बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह के असलहे के लाइसेंस आखिरकार 15 महीने बाद निरस्त कर दिए गए हैं। शुक्रवार को मैजिस्ट्रेट कोर्ट में सुनवाई के बाद निरस्त करने का आदेश जारी किया गया। बता दें कि हाईकोर्ट ने सेंगर के असलहों के लाइसेंस को लेकर सीबीआई से रिपोर्ट तलब की थी। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की थी।
शुक्रवार को जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय ने बताया कि माखी पुलिस को तत्काल शस्त्र जमा कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आगे कहा कि लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया न्यायिक है, न कि प्रशासनिक। पांडेय ने कहा था कि हथियार निरस्त करने के संदर्भ में पुलिस की रिपोर्ट आ चुकी है। बता दें कि आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर के पास फिलहाल तीन हथियारों के लाइसेंस हैं। एक सिंगल बैरल बंदूक, रायफल और रिवाल्वर उसके पास हैं।
इससे पहले हथियार के लाइसेंस रद्द करने को लेकर उन्नाव के डीएम का कहना था कि विधायक का लाइसेंस न्यायिक कार्रवाई के तहत रद्द की जाएगी, इसमें प्रशासन कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने बताया था कि जो प्रशासनिक कार्रवाई होती है उसमें बिना पक्षों को सुने भी कार्रवाई हो सकती है।
गौरतलब है कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता अपने परिजनों समेत रविवार को रायबरेली में हादसे का शिकार हो गई थी। कार और ट्रक की टक्कर में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई, जबकि हादसे में वकील महेंद्र सिंह चौहान और रेप पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पीड़िता का इलाज केजीएमयू में चल रहा है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, वकील महेन्द्र सिंह की हालत पहले से कुछ बेहतर बताई जा रही है।
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Published: 03 Aug 2019, 9:53 AM