यूजीसी ने डिस्टेंस मोड के कई प्रोफेशनल कोर्स को किया बंद, देखिए पूरी लिस्ट 

यूजीसी ने डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए चलाए जा रहे इंजीनियरिंग, मेडिसिन और फार्मेसी समेत कई प्रोफेशनल कोर्स को बैन करने का निर्णय लिया है। यूजीसी के अधिकारियों का कहना है कि इन कोर्स को बैन करने का निर्णय छात्रों के हित में लिया गया है।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी यूजीसी ने डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए चलाए जा रहे कुछ कोर्स को रोक लगाने का फैसला किया है। जिन कोर्स को यूजीसी ने बंद करने का फैसला किया है उनमें इंजीनियरिंग, मेडिसिन और फार्मेसी समेत कई प्रोफेशनल कोर्स शामिल है।

इसके अलावा यूजीसी ने कृषि विज्ञान क्षेत्र के डिस्टेंस मोड कोर्स को प्रतिबंधित कर दिया है। उन्होंने कहा कृषि क्षेत्र की प्रकृति तकनीकी है और इसमें प्रयोगों और प्रयोगशाला संबंधित पाठ्यक्रम की आवश्यकता हैं। यूजीसी के नए नियमों के अनुसार, कृषि और संबंधित पाठ्यक्रमों को भी पेशेवर माना जाएगा और संस्थान ओपन और डिस्टेंस मोड में इस कोर्स का संचालन नहीं कर सकती है। नए नियम के तहत, कई संस्थानों को अपने इस कोर्स को बंद करना होगा या फिर इन्हें डिग्री प्रोग्राम को बदलना होगा।

यूजीसी ने छात्रों का ख्याल रखते हुए कहा कि जो छात्र इस सेशन में कृषि विज्ञान क्षेत्र में एडमिशन ले चुके हैं। उन्हें दिक्कतें आएंगी। ऐसे में इस बार इंडियन काउंस ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च इन छात्रों को मदद करें। साथ यूजीसी ने कहा कि 2019 से डिस्टेंस एजुकेशन के जरिये कृषि विज्ञान का कोर्स नहीं होगा।

इसके अलावा यूजीसी ने जिन कोर्स को डिस्टेंस लर्निंग की श्रेणी से बाहर किया है वो हैं इंजीनियरिंग, मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग, आर्किटेक्चर, फार्मेसी, और फिजियोथेरेपी यानी इन कोर्स को डिस्टेंस लर्निंग या ओपन से नहीं करवाया जा सकता। आपको अगर इन कोर्स में एडमिशन लेना है तो आपको बाकायदा कॉलेज जाकर पढ़ना होगा।

यूजीसी के अधिकारियों का कहना है कि इन कोर्स को बैन करने निर्णय छात्रों के हित में लिया गया है। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च ने इस बारे में यूजीसी को जानकारी दी थी।

चलिए बात करते हैं कि इस तरह के कोर्स को डिस्टेंस मोड में कहा-कहा पढ़ाया जाता है। नासिक का यशवंत राव चह्वाण महाराष्ट्र ओपन यूनिवर्सिटी, अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, इग्नू, कुवेंपु यूनिवर्सिटी और नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में इस तरह के कोर्स कराए जाते हैं।

इसके अलावा यूजीसी ने ओपन डिस्टेंस लर्निंग विश्वविद्यालयों के लिए टाइमलाइन भी निर्धारित कर दी है। नए नियमों के मुताबिक एकेडेमिक सेशन जनवरी में शुरू हो जाना चाहिए। जबकि दूसरा सेशन जुलाई में शुरू करने को कहा गया है।

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