अंधेरी ईस्ट से उद्धव ठाकरे की शिवसेना प्रत्याशी ऋतुजा की बड़ी जीत, बीजेपी-शिंदे द्वारा प्रचारित नोटा को मिली शिकस्त
मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना उम्मीदवार ऋतुजा लाटके ने बड़ी जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी और एकनाथ शिंदे द्वारा प्रचारित नोटा को करारी शिकस्त मिली है। इस जीत के बाद उद्धव खेमे का मनोबल काफी बढ़ा है और बीजेपी में मायूसी है।
उम्मीद के मुताबिक, महा विकास अघाड़ी की शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की उम्मीदवार ऋतुजा लाटके ने अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट के उपचुनाव में बड़ी जीत दर्ज की। कुछ महीने पहले महाराष्ट्र में हुए सियासी उथल-पुथल के बीच उद्धव ठाकरे गुट को शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे नया नाम और 'जलती मशाल' वाला नया चुनाव चिह्न मिला है। इसके बाद पार्टी की यह पहली जीत है। इस जीत के बाद पार्टी में बगावत के बाद पहली बार कुछ उत्साह का माहौल बना है।
मई 2022 में ऋतुजा लाटके के पति रमेश लाटके की मौत के बाद यह सीट खाली हुई थी। उपचुनाव में ऋतुजा को 66,530 वोट यानी कुल डाले गए वोटों के 76.85 फीसदी वोट मिले। हैरान करने वाली बात यह है कि इस सीट पर 12,806 मतदाताओं यानी 14.79 प्रतिशत लोगों ने नोटा का बटन दबाया। इस सीट से कुल 7 प्रत्याशी मैदान में थे। ऋतुजा के अलावा बाकी 6 प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले।
नोटा के बाद निर्दलीय राजेश त्रिपाठी को 1,671, नीना खेडेकर को 1,531, आपकी अपनी पार्टी के बाला वी. नादर को 1,515, निर्दलीय फरहाना एस. सईद को 1,093 वोट, राइट टू रिकॉल पार्टी के मनोज नायक को 900 वोट और निर्दलीय मिलिंद कांबले को 624 वोट मिले।
गौरतलब है कि महा विकास अघाड़ी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागियों के साथ बनी पार्टी बालासाहेबांची शिवसेना और बीजेपी ने मिलकर इस सीट पर लोगों को नोटा का बटन दबाने के लिए परोक्ष रूप से प्रचार किया था। नतीजे आने के बाद शिवसेना और एमवीए ने बीजेपी और शिंदे गुट की इसके लिए तीखी आलोचना की है।
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे, मुख्य प्रवक्ता और सांसद अरविंद सावंत, राष्ट्रीय प्रवक्ता किशोर तिवारी, पूर्व मंत्री अनिल परब, विधान परिषद में उप नेता डॉ नीलम गोरहे और अन्य शीर्ष शिवसेना-यूबीटी नेताओं ने उपचुनावों में बीजेपी की निम्न स्तर की गंदी राजनीति' का आरोप लगाकर हमला किया। उपचुनाव की विजेता ऋतुजा लाटके ने भी सत्तारूढ़ गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि 'यह सही संख्या में वोटों की संख्या है जो बीजेपी को उपचुनाव लड़ने पर मिलती' और इसलिए उन्होंने अपने उम्मीदवार के नाम को वापस ले लिया।
लेकिन बीजेपी ने इस बात को खारिज किया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, मंत्री चंद्रकांत पाटिल और शहर अध्यक्ष आशीष शेलार ने आरोपों से इनकार किया और लोगों के मूड का हवाला देते हुए एमवीए पर पलटवार किया।
इस चुनाव में बीएसएस, आम आदमी पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया, जिससे चुनाव में लाटके के लिए रास्ता आसान बन गया। अपनी जीत के तुरंत बाद, लाटके ने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से आशीर्वाद लेने के लिए फोन किया, एमवीए के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया। इसके अलावा इस दौरान उन्होंने अपने दिवंगत पति रमेश लटके द्वारा अपने क्षेत्र में किए गए 'अच्छे काम' को भी इस जीत के लिए समर्पित किया।
ऋतुजा लाटके की जीत पर शिवसेना भवन के पास अंधेरी पूर्व, बांद्रा और दादर में बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं और यहां तक कि वरिष्ठ नागरिकों ने एक दुसरे को मिठाई खिलाई और और डांस और गानों के साथ जीत का जश्न बनाया।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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