त्रिपुरा उपचुनाव: CPM ने मतगणना का किया बहिष्कार, चुनाव आयोग पर BJP की खुली धांधली पर चुप रहने का आरोप लगाया
सीपीएम के त्रिपुरा राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की खुली गुंडागर्दी के कारण, पार्टी के 50 प्रतिशत से अधिक पोलिंग एजेंट मतदान में भाग नहीं ले सके। पुलिस और चुनाव अधिकारियों ने डराने-धमकाने के इस नये अंदाज को जानबूझकर नजरअंदाज किया।
त्रिपुरा की धनपुर और बॉक्सनगर विधानसभा सीटों पर मंगलवार को हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी के समर्थकों द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली और अनियमितता करने और उस पर चुनाव आयोग पर चुप रहने का आरोप लगाते हुए सीपीएम के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा ने शुक्रवार को मतगणना का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
सीपीआई (एम) के त्रिपुरा राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने गुरुवार को कहा कि पार्टी शुक्रवार को दो विधानसभा क्षेत्रों में वोटों की गिनती का बहिष्कार करेगी और मतगणना केंद्रों पर किसी भी एजेंट को तैनात नहीं करेगी। पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की बड़े पैमाने पर धमकी और हमले के कारण, पार्टी के 50 प्रतिशत से अधिक पोलिंग एजेंट मतदान में भाग नहीं ले सके।
जितेंद्र चौधरी ने मीडिया को बताया, दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में बीजेपी के गुंडों द्वारा धांधली की गई। पुलिस और चुनाव अधिकारियों ने डराने-धमकाने के इस नये अंदाज को जानबूझकर नजरअंदाज कर दिया। वामपंथी नेता ने कहा कि कई मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग के मानदंडों का उल्लंघन करते हुए अनियमितताएं कीं और दौरे किए। उन्होंने कहा कि पार्टी ने बड़े पैमाने पर धमकी, धांधली और अनियमितताओं को देखते हुए मंगलवार को हुए चुनाव को रद्द कर फिर से चुनाव कराने की मांग की थी।
सिपाहीजला जिले की धनपुर और बॉक्सानगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को 93,495 मतदाताओं में से 86.56 प्रतिशत ने वोट डाले। बीजेपी नेताओं ने आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि दोनों सीटों पर बिना किसी परेशानी के मतदान हुआ। राज्य की अन्य दो मुख्य विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) ने वोटों के विभाजन को रोकने के लिए दोनों सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने की घोषणा की थी।
प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन के नेतृत्व वाले टीएमपी के नेताओं ने मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं पर विकल्प छोड़ते हुए उपचुनावों में बीजेपी या सीपीआई (एम) का समर्थन नहीं करने की घोषणा की थी। दूसरी ओर, कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष आशीष कुमार साहा और विधायक सुदीप रॉय बर्मन सहित कांग्रेस नेताओं ने सीपीआई (एम) उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था।
सीपीआई (एम) ने बॉक्सनगर में मिजान हुसैन और धनपुर में कौशिक चंदा को उम्मीदवार बनाया है, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी ने बॉक्सनगर में तफज्जल हुसैन और धनपुर में बिंदू देबनाथ को मैदान में उतारा है। फरवरी में, वाम दलों और कांग्रेस ने सीट-बंटवारे की व्यवस्था के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जबकि टीएमपी अकेले चुनाव लड़ी थी। धनपुर सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता तब पड़ी जब बीजेपी की केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। वहीं मुस्लिम बहुल बॉक्सनगर विधानसभा सीट मौजूदा सीपीआई-एम विधायक शमसुल हक की मृत्यु के बाद खाली हो गई थी, जिनकी 19 जुलाई को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia