तिहाड़ जेल से घर लौटने पर TMC नेता अनुब्रत मंडल का भव्य स्वागत, ममता बनर्जी के प्रति अपना अटूट समर्थन जताया

सूत्रों के अनुसार, ममता बनर्जी बोलपुर में बाढ़ का जायजा लेने और एक बैठक में शामिल होने के लिए आने वाली हैं और संभवत: इस दौरान वह मंडल से मिल सकती हैं। मंडल बनर्जी के विश्वासपात्र माने जाते हैं। वह अक्सर मंडल को उनका उपनाम ‘केश्टो’ कहकर संबोधित करती हैं।

तिहाड़ से घर लौटे TMC नेता अनुब्रत मंडल का भव्य स्वागत, ममता बनर्जी के प्रति अपना अटूट समर्थन जताया
तिहाड़ से घर लौटे TMC नेता अनुब्रत मंडल का भव्य स्वागत, ममता बनर्जी के प्रति अपना अटूट समर्थन जताया
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नवजीवन डेस्क

संपत्ति, भूमि लेनदेन और कारोबार से संबंधित कई मामलों में तिहाड़ जेल में दो साल बंद रहने के बाद जमानत पर रिहा होकर मंगलवार सुबह पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला स्थित अपने घर लौटे तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल का समर्थकों ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान मंडल ने पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति अपना अटूट समर्थन जताया।

मंडल जब बोलपुर शहर के निचुपट्टी इलाके में अपने घर पहुंचे तो समर्थकों ने पारंपरिक शंख एवं ढोल बजाकर तथा ‘हरे रंग का गुलाल’ लगाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने अपने घर के बाहर पत्रकारों से बातचीत में बनर्जी के प्रति अपना स्नेह जाहिर किया। इस दौरान मंडल के साथ उनकी बेटी सकुन्या भी मौजूद थीं। मंडल ने कहा, ‘‘मैं दीदी के साथ था और हमेशा उनके साथ रहूंगा। मैं उन्हें दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं देता हूं।’’ उनसे जब पूछा गया कि वह मुख्यमंत्री से कब मुलाकात करेंगे, तो उन्होंने कहा, ‘‘अभी मेरी तबीयत ठीक नहीं है। मेरे पैरों और कमर में दर्द है।’’


सूत्रों ने, हालांकि कहा कि बनर्जी बोलपुर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने और एक बैठक में शामिल होने के लिए आने वाली हैं और संभवत: इस दौरान वह मंडल से मिल सकती हैं। मंडल बनर्जी के विश्वासपात्र माने जाते हैं। वह अक्सर मंडल को उनका उपनाम ‘केश्टो’ कहकर संबोधित करती हैं।

पार्टी के एक स्थानीय नेता ने कहा, ‘‘यहां के निवासी चाहते थे कि मंडल को यह महसूस हो कि उनकी कमी खल रही है, इसलिए कई चौराहों पर स्वागत द्वार बनाए गए हैं और बोलपुर शहर में होर्डिंग लगाए गए हैं।’’ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मंडल एवं उनकी बेटी की संपत्तियों, भूमि लेनदेन और कारोबार से संबंधित मामलों की जांच कर रही हैं।

मंडल बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष थे और अगस्त 2022 में उनकी गिरफ्तारी के बाद से वहां किसी को भी नया अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया गया है। एक कोर टीम पार्टी की गतिविधियों पर नजर रख रही है। उच्चतम न्यायालय ने इस साल जुलाई में अनुब्रत मंडल को इस शर्त पर जमानत दे दी कि वह अपना पासपोर्ट जमा कराएंगे और सीबीआई के साथ जांच में सहयोग करेंगे।

हालांकि कथित मवेशी तस्करी घोटाला मामले में ईडी की जांच के चलते वह तिहाड़ जेल में ही रहे। गिरफ्तारी के दो साल बाद आखिरकार मंडल को 20 सितंबर को ईडी के मामले में जमानत मिल गई। इन अपराधों में सहयोग करने की आरोपी उनकी बेटी सुकन्या को अप्रैल 2023 में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें दिल्ली की अदालत ने 10 सितंबर को जमानत दी थी।

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