'प्रथम' को दिया जाएगा इस बार का इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार, लाखों वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए काम को सम्मान
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट ने बताया कि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता में इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार के निर्णायक मंडल की हुई बैठक में इस वर्ष के पुरस्कार के लिए प्रथम का चयन किया गया।
शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए दिया जाने वाला इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार इस वर्ष भारत और दुनिया भर में वंचित बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए समर्पित अग्रणी संगठन ‘प्रथम’ को प्रदान करने का ऐलान किया गया है। इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट ने बताया कि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता में पुरस्कार के निर्णायक मंडल की हुई बैठक में इस वर्ष के पुरस्कार के लिए प्रथम का चयन किया गया।
मुंबई में 1995 में डॉ. माधव चव्हाण और श्रीमती फरीदा लांबे द्वारा स्थापित प्रथम ने अपने इस विश्वास को व्यावहारिक रूप देने की कोशिश की है कि हर बच्चा स्कूल जाना चाहिए और उसे पढ़ना चाहिए। इसने मुंबई की झुग्गियों में काम करना शुरू किया, समुदाय-आधारित बलवाडी या प्री-स्कूल स्थापित किये और अपने ग्रेड स्तर के पाठ्यक्रम से पीछे रहने वाले छात्रों के लिए उपचारात्मक शिक्षा की पेशकश की। भारत में इसकी पहुंच अब औसतन 1 मिलियन बच्चों तक सीधे और सरकारी भागीदारी के माध्यम से 5 मिलियन सालाना हो गई है।
करीब 600,000 ग्रामीण भारतीय बच्चों के सर्वेक्षण पर आधारित इसकी वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (एएसईआर) अब तीन महाद्वीपों के चौदह देशों में शिक्षा के परिणामों और सीखने की कमियों का आकलन करने के लिए एक मॉडल के रूप में उपयोग की जाती है। एएसईआर द्वारा उठाई गई चिंताओं का जवाब देने के लिए 2007 में प्रथम ने अपना प्रमुख कार्यक्रम, रीड इंडिया शुरू किया, जिसका उद्देश्य बुनियादी पढ़ने और अंकगणित को मजबूत करके बच्चों की शिक्षा में सुधार करना है।
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट ने बताया कि कोविड-19 महामारी और उसके चलते लगे लॉकडाउन के दौरान प्रथम ने बच्चों को सीखने में लगाए रखने और स्कूलों के बंद होने के प्रभाव को कम करने के लिए नई समुदाय-आधारित पहल शुरू की। इसने डिजिटल माध्यमों के जरिये कई भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने का बीड़ा उठाया, विशेष रूप से इसमें माताओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करके। ऐसे समय में जब दुनिया भर में वंचित बच्चे स्कूल बंद होने के कारण काफी पिछड़ गए हैं, बच्चों को "कैच अप" में मदद करने के लिए प्रथम का काम पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है।
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट ने कहा कि साल 2021 का इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार 'प्रथम को एक चौथाई सदी से भी अधिक समय में यह सुनिश्चित करने के अपने अग्रणी कार्य के लिए दिया जाता है कि प्रत्येक बच्चे की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच हो। शिक्षा देने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी के अपने अभिनव उपयोग के लिए दिया जाता। युवा वयस्कों को कौशल प्रदान करने वाले इसके कार्यक्रमों के लिए, इसके शिक्षा की गुणवत्ता के नियमित मूल्यांकन के लिए और कोरोना के चलते स्कूलों के बंद होने के दौरान बच्चों को सीखने में सक्षम बनाने में इसकी समय पर प्रतिक्रिया के लिए दिया जाता है।
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