दिल्ली के न्यू अशोक नगर इलाके में भारी जल संकट, बूंद-बूंद के लिए तरस रहे लोग
स्थानीय निवासी रमेश परिहार ने कहा कि पानी की समस्या की शिकायत पर ना तो नेता कुछ करते हैं और ना ही अधिकारी। हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन देकर वापस भेज दिया जाता है।
दिल्ली में पानी की भारी किल्लत से लोग जूझ रहे हैं। तपती गर्मी में बूंद-बूंद पानी के लिए लोगों को तरसना पड़ रहा है। राजधानी के न्यू अशोक नगर इलाके में भी जल संकट गहरा गया है। पानी की किल्लत से रोजमर्रा के कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
इलाके के लोगों का कहना है कि सरकारी पाइपलाइन में पानी सिर्फ आधे घंटे के लिए आता है, जिसकी वजह से वो पानी नहीं भर पाते हैं। खासकर घर का कामकाज करने वाली महिलाओं को पानी की कमी से ज्यादा परेशानी हो रही है। उन्हें सरकारी टैंकर से पानी भरने के लिए लंबी लाइन में घंटो खड़ा रहना पड़ता है।
स्थानीय महिला के अनुसार दिन में दो बार सुबह और शाम सरकारी टैंकर इलाके में आता है। पानी के लिए उन्हें सरकारी टैंकर पर निर्भर रहना पड़ता है, लेकिन उससे भी जल की आपूर्ति नहीं हो पाती।
न्यू अशोक नगर इलाके के लोगों ने बताया कि हर साल गर्मी में पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। सरकार इस समस्या का कोई हल नहीं निकाल पा रही है।
स्थानीय निवासी रमेश परिहार ने कहा कि पानी की समस्या की शिकायत पर ना तो नेता कुछ करते हैं और ना ही अधिकारी। हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन देकर वापस भेज दिया जाता है।
वहीं जल संकट को लेकर सियासत भी जमकर हो रही है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा एक दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं। आप नेता और जल मंत्री आतिशी अनशन पर बैठीं, 'पानी सत्याग्रह' किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आतिशी ने जल संकट का पूरा ठीकरा हरियाणा सरकार पर फोड़ा।
उन्होंने दावा किया है कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने 513 मिलियन गैलन पानी प्रतिदिन कर दिया है, जिससे राजधानी के 28 लाख से अधिक लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं हरियाणा सरकार ने आतिशी के इस दावे को खारिज किया है।
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