17 करोड़ रुपए के खर्च में महज 9 सेकंड में नीचे आ गिरेगी 'भ्रष्टाचार की इमारत', जानें कितनी कीमत है ट्विन टावर की
नेशनल बिल्डिंग कोड को ताक पर रख कर ट्विन टावर का निर्माण हुआ था। रातों रात बिल्डिंग बायलॉज में बदलाव किया गया था। इसीलिए भ्रष्टाचार की गई इमारत इतनी तेजी से इतनी ऊंची खड़ी हो गई।
ट्विन टावर गिराने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। 17 करोड़ खर्च हो रहे हैं इसे गिराने में और इस खर्च को भी बिल्डर ही उठाएगा। महज 9 सेकंड में जमींदोज हो जाएगा ट्विन टावर। जिस जगह ये ट्विन टावर बना हुआ है, उस जगह की कीमत मौजूदा समय में 10 हजार रुपए प्रति वर्ग फीट है। मतलब ट्विन टावर की कीमत अभी के हिसाब से 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा है। लेकिन विवाद के चलते अगर ट्विन टावर की वैल्यू की बात करें तो करीब 800 करोड़ ट्विन टावर की कीमत लगाई गई है। इसे बनाने में 250 से 300 करोड़ के बीच खर्च हुआ था।
नेशनल बिल्डिंग कोड को ताक पर रख कर ट्विन टावर का निर्माण हुआ था। रातों रात बिल्डिंग बायलॉज में बदलाव किया गया था। इसीलिए भ्रष्टाचार की गई इमारत इतनी तेजी से इतनी ऊंची खड़ी हो गई। 2014 में हाई कोर्ट ने इसे अवैध घोषित किया था। इसे गिराने के भी आदेश दिए गए थे। लेकिन बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट चला गया।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia