कर्नाटक के मंत्री पर 40 फीसदी कमीशन मांगने का आरोप लगाने वाले ठेकेदार की होटल में मिली लाश, राहुल ने PM-CM पर लगाए गंभीर आरोप

एक ठेकेदार ने मंगलवार को अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली और सुसाइड नोट में यह कदम के लिए ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

एक ठेकेदार ने मंगलवार को अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली और सुसाइड नोट में यह कदम के लिए ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही एक बीजेपी कार्यकर्ता, संतोष के पाटिल ने मीडियाकर्मियों को एक सुसाइड नोट व्हाट्सएप किया था, जिसमें दावा किया गया था कि मंत्री ईश्वरप्पा उनकी मौत के लिए सीधे जिम्मेदार हैं और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।

उन्होंने लिखा, "मैंने अपने सभी सपनों को किनारे करने के बाद यह निर्णय लिया है। मेरी पत्नी और बच्चे को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और साथ ही हमारे लिंगायत नेता बीएस येदियुरप्पा का समर्थन करना चाहिए। मीडिया मित्रों को धन्यवाद।"

उन्होंने आगे कहा कि उनके दोस्तों का उनकी मौत से कोई लेना-देना नहीं है। उनके संदेश में कहा गया है, "मैं उन्हें दौरे के लिए लाया हूं और उनका कोई संबंध नहीं है।"


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर पीएम मोदी और कर्नाटक के सीएम पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में 40 फीसदी कमीशन वाली सरकार ने अपने ही कार्यकर्ता की जान ले ली। उन्होंने आगे कहा कि पीड़ित का पीएम से गुहार लगाने पर भी कोई जवाब नहीं आया। राहुल गांधी ने पीएम मोदी और सीएम पर मिले होने के भी आरोप लगाए।

बता दें कि संतोष पाटिल ने उडुपी के एक होटल में जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पाटिल बेलगावी जिले के बडासा गांव के रहने वाले थे। वह बेलगावी शहर में बस गये थे और एक ठेकेदार के रूप में काम करते थे। उनके परिवार में पत्नी और डेढ़ साल का बच्चा है।

इस बीच, संतोष पाटिल के भाई प्रशांत पाटिल ने अपने भाई की मौत के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया, "राज्य सरकार ने मेरे भाई की हत्या की है।"


केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायत राज (आरडीपीआर) मंत्री गिरिराज सिंह ने इससे पहले ईश्वरप्पा से पाटिल द्वारा लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा है।

पाटिल ने आरोप लगाया था कि उन्हें 4 करोड़ रुपये का काम आवंटित किया गया था और इसे पूरा करने के बाद भी धनराशि जारी नहीं की गई। उन्होंने आगे कहा कि ईश्वरप्पा के सहयोगी 40 फीसदी कटौती की मांग कर रहे हैं। पाटिल ने ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय मीडिया को इंटरव्यू भी दिया था।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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Published: 12 Apr 2022, 6:05 PM