NEET परीक्षा केस का आरोपी बोला- हमें हू-ब-हू पेपर मिला था, अब तक 19 गिरफ्तार, केंद्र सरकार का पेपर लीक से इनकार

बता दें कि पूरे देशभर में 5 मई को नीट परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 24 लाख से ज्यादा कैंडिडेट शामिल हुए थे। बिहार में पेपर लीक और सॉल्वर गैंग की गतिविधियों के चलते 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

नीट परीक्षा को लेकर छात्रों के मन में भारी असंतोष है। परीक्षा में धांधली और पेपर लीक से संबंधित कई खबरें आ चुकी हैं। हालांकि सरकार ने परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली से इनकार किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि प्रश्नपत्र लीक होने का कोई सबूत नहीं है और एनटीए में भ्रष्टाचार के दावे निराधार हैं। लेकिन, बिहार में इस मामले में हुई कार्रवाई कुछ अलग ही कहानी बयां करती नजर आ रही है। परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के भी आरोप लगे हैं। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने पिछले महीने कहा था कि उसकी जांच से पता चला है कि नीट-यूजी के प्रश्न पत्र और उत्तर 5 मई को होने वाली परीक्षा से पहले ही लगभग 35 उम्मीदवारों को दे दिए गए थे। मामले के सिलसिले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब एक आरोपी ने खुद अपनी गलती मान ली है। ऐसे में यह मामला और भी ज्यादा उलझता नजर आ रहा है।

एनटीए की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवाल

बता दें कि पूरे देशभर में 5 मई को नीट परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 24 लाख से ज्यादा कैंडिडेट शामिल हुए थे। बिहार में पेपर लीक और सॉल्वर गैंग की गतिविधियों के चलते 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से 14 लोग पटना से, 4 पूर्णिया से और 1 गोपालगंज से गिरफ्तार किए गए। सभी आरोपी अन्य परीक्षार्थियों की जगह परीक्षा दे रहे थे। हालांकि, अब तक परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनटीए इसे लेकर चुप है। ऐसे में जिस निकाय को केंद्रीय शिक्षा मंत्री विश्वसनीय बता रहे हैं, उसी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।


 एक आरोपी के कबूलनामे से हंगामा

पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी आयुष ने पुलिस के समक्ष अपना बयान दिया। उसने बताया कि उसे 4 मई को पटना के रामा कृष्णानगर थाने के खेमनीचक के लर्न हॉस्टल में ले जाया गया था। वहां उसे प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया और याद करने के लिए कहा गया था। आयुष ने कबूल किया कि परीक्षा के दौरान सभी प्रश्न हू-ब-हू मिले थे। उसके साथ 20-25 अन्य परीक्षार्थी भी मौजूद थे, जिन्हें प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया था और रटाया गया था।

बिहार पुलिस की एफआईआर में क्या?

पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में केस नंबर 358/24 दर्ज किया था। पुलिस ने पटेल भवन की ओर से आ रही एक सफेद रंग की डस्टर गाड़ी को रोका, जिसमें ड्राइवर समेत तीन लोग थे। इनकी पहचान सिकंदर यादवेन्द्र, अखिलेश कुमार और विटू कुमार के रूप में हुई। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उन्होंने नीट परीक्षा में सेटिंग की है और पटना के विभिन्न सेंटर्स पर उनके छात्र परीक्षा दे रहे हैं। इस सेटिंग में संजीव सिंह, शंकी, नीतीश और अमित आनंद भी शामिल थे।


संसद में नीट परीक्षा का मुद्दा उठाएगी कांग्रेस

कांग्रेस नीट परीक्षा की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग कर रही है और इस बात पर जोर दे रही है कि इस मामले पर देश में दिखाई दे रहा गुस्सा ‘संसद के अंदर भी गूंजेगा।’

शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने एनटीए का बचाव करने के लिए शिक्षा मंत्री को आड़े हाथ लिया और दावा किया कि बिहार पुलिस की जांच में पेपर लीक होने की बात पता चली है।

महाराष्ट्र सरकार ने परीक्षा को तत्काल रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि इसके परिणामों से राज्य के छात्रों के साथ अन्याय हुआ है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि नीट के नवीनतम परिणामों से मिल रहे रुझानों ने एक बार फिर परीक्षा का विरोध करने के द्रमुक के रुख को सही साबित कर दिया है। उन्होंने अपनी यह बात दोहराई कि यह प्रवेश परीक्षा सामाजिक न्याय और संघवाद के खिलाफ है।

आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस ने भी उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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